Begusarai News: बारिश में दम तोड़ रहीं बिहार की सड़कें! बेगूसराय में रोड टूटने पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
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Begusarai News: बारिश में दम तोड़ रहीं बिहार की सड़कें! बेगूसराय में रोड टूटने पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी

Begusarai News: लोगों का साफ तौर से कहना है कि पूरे बेगूसराय में सड़क का यही हाल है. लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार का आलम आप बेगूसराय में भी देखने को मिल रहा है. जगह-जगह सड़क टूटकर गड्ढे में समा रही है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर

Begusarai News: बिहार में पुल गिरने का मामला थमा ही नहीं कि सड़कें टूटने लगी हैं. इसी कड़ी में बेगूसराय में एक और सड़क टूटकर भ्रष्टाचार के आगोश में समा रही है. जगह-जगह सड़क टूटकर जमीन में धंस गई है. इसको लेकर लोगों में नगर निगम के खिलाफ काफी नाराजगी देखी जा रही है. बता दें कि बेगूसराय के काली स्थान स्थित पोखरिया के पास बनी सड़क टूटकर दो से तीन फीट जमीन में पूरी तरह से धंस चुकी है. जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लोग बता रहे हैं कि नगर निगम में भी भ्रष्टाचार चरम पर है. स्थानीय लोगों ने कहा कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. जिसके कारण से जगह-जगह सड़क टूटकर जमीन में धंस रही है. 

लोगों ने बताया है कि आज अचानक इस सड़क पूरी तरह से टूट कर जमीन में समा गई. उन्होंने कहा कि अचानक सड़क टूटने के कारण कई लोग इस गड्ढे में गिरकर जख्मी भी हो चुके हैं. लोगों का साफ तौर से कहना है कि पूरे बेगूसराय में सड़क का यही हाल है. लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार का आलम आप बेगूसराय में भी देखने को मिल रहा है. जगह-जगह सड़क टूटकर गड्ढे में समा रही है. उन्होंने कहा कि करोड़ों की लागत से सड़क को पूरे बेगूसराय में निर्माण किया गया है.लेकिन सड़क निर्माण में पूरी तरह से घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया है. जिसका कारण है कि सड़क टूट कर जमीन में समा रही है.

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इससे पहले बिहार में लगातार पुल टूट रहे थे. प्रदेश में 10 दिनों के अंदर आधा दर्जन से पुल जमीदोंज हो चुके हैं. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कड़ा एक्शन लेते हुए 14 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया. 14 इंजीनियर को सस्पेंड करने का निर्णय एक जांच पैनल द्वारा जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद लिया गया. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने दो सप्ताह के भीतर प्रदेश के सभी निर्माणाधीन और पुराने पुलों की निरीक्षण रिपोर्ट मांगी थी. बता दें कि प्रदेश में 17 दिनों के भीतर सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में कुल 10 पुल ढह गए थे. 

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