मधेपुरा में मामूली विवाद को लेकर बदमाशों ने चलाई अंधाधुंध गोलियां, दो की मौत
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मधेपुरा में मामूली विवाद को लेकर बदमाशों ने चलाई अंधाधुंध गोलियां, दो की मौत

खबर के मुताबिक जख्मी हुए लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. घायलों का सहरसा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

मनीष पर लगातार 10 गोलियां दागी गई.

Madhepura: मधेपुरा में आपसी वर्चस्व की लड़ाई में कई राउंड गोली चली. जिसमे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो जख्मी हो गए. खबर के मुताबिक जख्मी हुए लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. घायलों का सहरसा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने घटना स्थल से खोखा बरामद किया है.

दरअसल मामला, मधेपुरा जिला के मुरलीगंज थाने के अंतर्गत परमानंदपुर गांव का है. जहां हर तरफ लोगों की चीख पुकार मची हुई है. देर रात अपराधियों ने यहां जमकर तांडव मचा ताबड़तोड़ गोलीबारी की. इस बीच बचाव करने पहुंचे चार लोगों को गोली लगी जिसमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई, दो अन्य घायल हैं. बताया जा रहा है कि मृतकों में एक हमलावर का सगा भाई भी है. 

घटना के संबंध में बताया गया है कि ये सभी अपराधी गांव के ही नशेड़ी हैं. ये लोग नशे के कारोबार से भी जुड़े हुए हैं.  ग्रामीणों की माने तो 8-10 की संख्या में ये अपराधी देर रात से ही गांव में अलग-अलग जगहों पर फायरिंग कर रहे थे लेकिन लोग नजर अंदाज करते रहे. परन्तु जब देर रात करीब 11-12 बजे के बीच इन लोगों ने सबसे पहले मनीष कुमार को घेरकर उसके ऊपर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. 

तब ग्रामीणों ने बाहर निकल कर विरोध शुरू किया. मनीष पर लगातार 10 गोलियां दागी गई, जिसमें से सात उसके शरीर में लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इस बीच अपराधियों ने रोकने वाले ग्रामीणों पर भी गोली चलाना शुरू कर दिया जिससे तीन अन्य लोगों को भी गोली लगी. तीन में से एक घटना में शामिल अपराधी का भाई अरुण यादव (45) भी था. अरुण बीच-बचाव के लिए गया था जिसकी मौत हो गई. जबकि सूधो यादव (44) और गणेश यादव (50) गोली लगने से घायल हो गए. 

वहीं, मधेपुरा एसपी राजेश कुमार ने घटना स्थल का खुद जायजा लिया, और स्थानीय लोगों समेत पीड़ित परिजनों से भी मुलाकात की. एसपी राजेश कुमार के मुताविक मृतक मनीष कुमार से पूर्व में जमीन विवाद भी चल रहा था. हालांकि, बाद में मामला समाप्त हो चुका था. उन्होंने बताया कि जो लोग गोली चला रहे थे उनका पहले से अपराधिक इतिहास भी है. उन्होंने बताया कि वे लोग शराब के धंधे में भी संलिप्त है. 

शराब कारोबार को लेकर उन लोगों को मनीष पर संदेह था कि इसी ने पुलिस को सूचना देकर भागलपुर में शराब की गाड़ी पकड़वाई थी. तब से उन लोगों ने मनीष को टारगेट कर रखा था. बहरहाल, जांच-पड़ताल के लिए स्पेशल टीम बुलाई गई है जो घटना स्थल पर पहुंचने वाली है.  सुरक्षा को लेकर पुलिस कैंप की व्यवस्था की जा रही है ताकि पीड़ित परिजन समेत लोगों को सुरक्षा मिल सके. साथ हीं, उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे उन्हें जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाएगी.

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