दुनियाभर में कोरोना महामारी जब चरम पर थी उस वक्त से पहले बुजुर्गों को रेल किराये में छूट दी जाती थी, लेकिन इस सुविधा को कोरोना काल के दौरान बंद कर दिया गया था. अगर आप वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में आते है तो यह खबर आपके लिए काम की हो सकती है
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पटनाः दुनियाभर में कोरोना महामारी जब चरम पर थी उस वक्त से पहले बुजुर्गों को रेल किराये में छूट दी जाती थी, लेकिन इस सुविधा को कोरोना काल के दौरान बंद कर दिया गया था. अगर आप वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में आते है तो यह खबर आपके लिए काम की हो सकती है. दरअसल, वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में दी जाने वाली छूट पर बड़ा अपडेट सामने आ रहा है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मार्च महीने में कहा था कि कोरोना से उपजी चुनौतियों के चलते 2020-21 में रेलवे का रेवेन्यू प्री कोविड एरा (2019-20) से कम था. ऐसे में छूट देने से रेलवे पर अत्यधिक भार पड़ेगा. ऐसे में वरिष्ठ नागिरकों समेत पहले दी जाने वाली अन्य छूटें अभी विचारणीय नहीं हैं.
करोड़ों बुजुर्ग हुए हैं प्रभावित
अब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता विनय विश्वम ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुरोध किया कि ट्रेन के टिकट के किराये में वरिष्ठ नागरिक को दी जाने वाली रियायत बहाल की जाए, जिसे कोरोना वैश्विक महामारी फैलने के बाद से बंद कर दी गई है. भाकपा नेता विश्वम ने एक पत्र में लिखा कि वरिष्ठजन को दी जाने वाली छूट वापस लेने के रेलवे के फैसले के कारण देशभर में करोड़ों बुजुर्ग प्रभावित हुए हैं. यह फैसला कोविड-19 के मद्देनजर लिया गया था, लेकिन वैश्विक महामारी का प्रकोप कम होने के बाद वरिष्ठ नागरिकों की तरफ से बार-बार मांग किए जाने के बावजूद इस निर्णय की समीक्षा नहीं की गई है.
7 करोड़ से अधिक वरिष्ठ करते है रेलवे का इस्तेमाल
वामपंथी नेता ने कहा कि ‘दुर्भाग्य से इन रियायतों को स्थायी रूप से हटाने के लिए कोविड-19 वैश्विक महामारी का इस्तेमाल किया गया, जिससे भारत के लोगों को बहुत नुकसान हुआ.’ भाकपा नेता ने कहा कि मार्च 2020 से मार्च 2022 तक सात करोड़ से अधिक वरिष्ठ नागरिकों ने रेलवे का इस्तेमाल किया और इससे छूट समाप्त किए जाने का प्रभाव स्पष्ट होता है. उन्होंने आगे कहा- इसके मद्देनजर, मैं आपसे रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट बहाल करने का अनुरोध करता हूं. कई वरिष्ठ नागरिक टिकट का पूरा शुल्क देने की स्थिति में नहीं हैं, ऐसे में छूट समाप्त होने से उन्हें बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है
बता दें कि रेल किराये में किसी भी क्लास का टिकट लेने पर महिला बुजुर्गों को 50 प्रतिशत और पुरुष बुजुर्गों को 40 प्रतिशत की छूट दी जाती थी. इसका लाभ उठाने के लिए महिलाओं की न्यूनतम उम्र 58 और पुरुषों की न्यूनतम उम्र 60 वर्ष होनी चाहिए थी.
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