छात्र आदित्या कुमार ने बताया कि इस मशीन की खासियत यह है कि इसमें कचरा प्रबंधन के लिए सेंसर का इस्तेमाल किया गया है. सेंसर युक्त डस्टबिन में 5 से 10 मीटर की दूरी पर अगर कोई भी व्यक्ति डस्टबिन में कचरा नहीं डालता है तो डस्टबिन से अलार्म बजने लगेगा.
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गया : बिहार के गया में सरकारी स्कूल के बच्चों ने कमाल कर दिया है. यहां के छात्रों ने एक ऐसे प्रोजेक्ट को तैयार किया है जिसका चयन नेशनल प्रदर्शनी के लिए किया गया है. प्रोजेक्ट का नाम 'मैन लर्निंग मशीन' है. यह सेंसर युक्त डस्टबिन है. नेशनल प्रदर्शनी में यदि सेलेक्ट हुआ तो यह प्रोजेक्ट जापान तक जाएगा. 10वीं क्लास के छात्रों के इस अनोखे डिवाइस की अन्य स्कूल के शिक्षक भी खूब सराहना कर रहे है.
छात्रों ने छोटी सी उम्र में तैयार की बड़ी उपलब्धि, तैयार किया अनोखा डिवाइ
छात्र अनुराग कुमार ने बताया कि मोक्ष की नगरी गया शहर के 10+2 जिला स्कूल के दो छात्रों ने छोटी उम्र में बड़ा उपलब्धि हासिल किया है, जो एक कहावत को चरितार्थ करता है. होनहार बिरवान के होते चिकने पात जैसे कहावत को सच साबित कर किया है और ऐसा माना जाता है कि सरकारी स्कूलों के बच्चों में प्रतिभा की कमी होती है. किंतु जिला स्कूल के दो छात्रों ने एक ऐसा प्रोजेक्ट किया है जिसका चयन नेशनल प्रदर्शनी के लिए किया गया है. प्रोजेक्ट का नाम मैन लर्निंग मशीन है जो दसवीं कक्षा के छात्रों के द्वारा बनाया गया है.
कैसे काम करता है डिवाइस
छात्र आदित्या कुमार ने बताया कि इस मशीन की खासियत यह है कि इसमें कचरा प्रबंधन के लिए सेंसर का इस्तेमाल किया गया है. सेंसर युक्त डस्टबिन में 5 से 10 मीटर की दूरी पर अगर कोई भी व्यक्ति डस्टबिन में कचरा नहीं डालता है तो डस्टबिन से अलार्म बजने लगेगा और उसके बाद भी अगर उस व्यक्ति के द्वारा सुधार नहीं होने पर सेंसर में लगे कैमरा से उसकी तस्वीर सोशल मीडिया व निगम के अधिकारियों के पास चला जाएगा. जिससे कचरा प्रबंधन में काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है. वहीं इस प्रोजेक्ट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को भी सुरक्षित किया जा सकता है.
इनपुट : जय प्रकाश कुमार
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