Shri Ram Janaki Medical College Hospital: राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा से ठीक पहले श्रीराम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का उद्घाटन के पीछे बड़ा सियासी कारण माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि राम मंदिर को लेकर बीजेपी माहौल बनाने में लगी है. इसीलिए बिहार सरकार ने इस अस्पताल का नाम भगवान राम और मां सीता के नाम पर रखा है.
Trending Photos
Shri Ram Janaki Medical College Hospital: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज (21 जनवरी) को समस्तीपुर में श्रीराम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का उद्घाटन किया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के अलावे वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. 591 करोड़ की लागत से 500 बेड के अस्पताल का निर्माण किया गया है. हर बेड तक ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है. बिहार का यह 14वां सरकारी मेडिकल कॉलेज है. अस्पताल के निर्माण का शिलान्यास साल 2018 में हुआ था.
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा से ठीक पहले श्रीराम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का उद्घाटन के पीछे बड़ा सियासी कारण माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि राम मंदिर को लेकर बीजेपी माहौल बनाने में लगी है. इसीलिए बिहार सरकार ने इस अस्पताल का नाम भगवान राम और मां सीता के नाम पर रखा है. विपक्ष वैसे भी बीजेपी पर भगवान राम को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाता रहता है. विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी वाले भगवान राम के साथ मां सीता को नहीं जोड़ते हैं.
ये भी पढ़ें-
अस्पताल की क्या है खासियतें
इस अस्पताल में आधुनिक ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था है. अस्पताल में ही मरीजों के ब्लड इत्यादि जांच के लिए विशेष लैब बनाई गई है. अस्पताल परिसर में ही एक्सरे की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा पूरे अस्पताल में हर बेड तक ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की गई है. अस्पताल सुचारू रूप से आज से नये भवन में उद्घाटन के बाद शिफ्ट हो जाएगा. जिससे इस इलाके के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल पाएगी. समस्तीपुर और आसपास के जिलों में रहने वालों के लिए ये अस्तपाल बहुत मददगार साबित होगा.
ये भी पढ़ें-
नए मेडिकल कॉलेज में भी होगी OPD
नए मेडिकल कॉलेज में भी प्रत्येक दिन ओपीडी का संचालन होगा. तिथि निर्धारित होने के बाद सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और शाम के 3 बजे से 5 बजे तक ओपीडी संचालित किया जाएगा. वहीं श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के भवन निर्माण कार्य को अंतिम रुप देने की प्रक्रिया भी तेज है. अस्पताल से संबंधित भवनों का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है. अब उसे अंतिम रुप दिया जा रहा है.