दरअसल, लोकसभा चुनाव में रांची सीट से कांग्रेस पार्टी में सुबोधकांत सहाय प्रबल दावेदार थे. मगर अचानक राजनीतिक परिस्थितियों में बदलाव हुआ, जिसके बाद कांग्रेस ने उनकी बेटी को उम्मीदवार बना दिया.
यशस्विनी सहाय विशेष रूप से झारखंड में बाल श्रम, यौन शोषण की रोकथाम और पोक्सो एक्ट के लिए काम कर रही हैं.
गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन से जुड़कर वह पिछले कई वर्षों से समाज सेवा कर रही हैं. साथ ही लीगल एडवाइजर के रूप में भी काम करती हैं.
यशस्विनी सहाय मुंबई सेशन कोर्ट और फैमिली कोर्ट में बतौर अधिवक्ता अपनी काम करती हैं. वह राष्ट्रीय स्तर की गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन से जुड़ी हैं.
यशस्विनी सहाय की मां रेखा सहाय टीवी एक्ट्रेस हैं. यशस्विनी सहाय प्रारंभिक शिक्षा के बाद मुंबई से बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री हासिल की है. साथ ही वह ट्रांस्रेशनल क्राइम एंड जस्टिस (यूनाइटेड नेशंस क्राइम एंड जस्टिस रिसर्च इंस्टीट्यूट), टुरिन, इटली से लॉ में मास्टर डिग्री हासिल की है.
दरअसल, 21 अप्रैल, 2024 को इंडी अलायंस की तरफ से रांची में उलगुला न्याय रैली का आयोजन किया गया था. इस रैली में मंच पर यशस्विनी सहाय की मौजूदगी से साफ हो गया था कि वह पॉलिटिक्स में आने का फैसला ले चुकी हैं.
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