Earthquake Clinic: बिहार के नीतीश सरकार ने भूकंप से बचाव की लोगों को जानकारी के लिए भूकंप क्लीनिक का फैसला किया था. मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज परिसर में भूकंप क्लीनिक खोला गया है.
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मुजफ्फरपुरः Earthquake Clinic: बिहार के नीतीश सरकार ने भूकंप से बचाव की लोगों को जानकारी के लिए भूकंप क्लीनिक का फैसला किया था. इस पहल के बाद बिहार की राजधानी पटना के बाद मुजफ्फरपुर के मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज परिसर में भूकंप क्लीनिक खोला गया है. भूकंप क्लीनिक में भूकंपरोधी पक्का मकान और कच्चा मकान का ढांचा तैयार किया गया है. जिसे दिखाकर लोगों को बताया जाएगा कि भूकंपरोधी मकान का निर्माण कैसे किया जाये. मकान के पिलर से लेकर जोवाइन्ट पिलर हो या खिड़की लगाने की जगह पर खिड़की लगाने के तरीके को बारीकी से बताया जाएगा.
भूकंप क्लीनिक में भूकंपरोधी पक्का मकान और कच्चा मकान का ढांचा तैयार किया गया है. जिसे देखकर और समझदार लोगों बताया जाएगा कि भूकंपरोधी मकान का निर्माण कैसे किया जाये. मकान के पिलर से लेकर जोवाईन्ट पिलर हो या खिड़की लगाने की जगह पर खिड़की लगाने के तरीके को बारीकी से बताया गया है.
2015 से हर वर्ष हो रहे भूकंप के झटके महसूस
बता दें कि साल 2015 से हर वर्ष लोग भूकंप के झटके महसूस कर रहे हैं और भूकंप आने के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच जाती है. लोग अपनी जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगते है और लोगों को काफी नुकसान पहुंचता है. भूकंप से होने वाले नुकसान से बचने के लिए सरकार ने पहल की है. इसके लिए सरकार सुरक्षा के उपायों के लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न उपाय करती नजर आ रही है.
सरकार की ओर से खुले भूकंप क्लीनिक
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की ओर से भूकंप क्लीनिक कार्य करती है और इसके लिए भूकंप क्लीनिक के प्रशिक्षित ट्रेनर मॉक ड्रिल आदि से भूकंप आने के समय कैसे अपना बचाव करें, इसकी ट्रेनिंग भी भूकंप क्लीनिक में दी जाती है. इसके अलावा भूकंप बाहुल्य इलाकों में किस तरह से घरों का निर्माण किया जाए, भूकंप की संभावना को देखते हुए बिहार सरकार ने प्रदेश के हर जिले में भूकंप क्लीनिक खोलने की पहल की है. इन क्लीनिक में लोगों को ऐसे इलाकों में बनने वाले ईट और सीमेंट से बने मकान के बारे में बताया जाएगा.
यहां इंजीनियर बताएंगे कि मकान की नींव किस तरह से रखी जाए, के साथ ही पिलर की गहराई, सरिया का साइज और इस्तेमाल किस तरह से किया जाए. इसके साथ ही मकान में वेंटिलेशन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसी तरह, बांस और घास-फूस से बनने वाले मकानों को सुरक्षित रखने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
लोगों को जानकारी देने के लिए खुला भूकंप क्लीनिक
असैनिक अभियंत्रण विभाग के सहायक प्राध्यापक विजय कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर जोन 4 में है. ऐसे में भूकंप की संभावना को देखते हुए इलाकों को सिस्मिक जोन के आधार पर बांटा जाता है और मुजफ्फरपुर से स्मोकिंग जोन-4 के तहत रखा गया है और सिस्मिक जोन 4 को देखते हुए अगर मुजफ्फरपुर में .7 की तीव्रता का भूकंप आए तो इससे बड़े पैमाने पर नुकसान की संभावना है. ऐसे में लोगों को जानकारी के लिए भूकंप क्लीनिक खोला गया है.
इनपुट- मणितोष कुमार
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