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Bihar Teacher: बिहार में BPSC की तरफ से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों में से लगभग एक लाख के करीब शिक्षकों ने योगदान कर लिया है. वहीं शिक्षक भर्ती परीक्षा चयन 2 प्रक्रिया भी चल रही है. ऐसे में इसके साथ 4 लाख के करीब नियोजित शिक्षकों को भी राज्यकर्मी का दर्जा देने की कवायद चल रही है. वहीं बिहार सरकार की तरफ से हाल के दिनों में डीए को बढ़ाकर 46 प्रतिशत कर दिया गया है. ऐसे में आपको जान लेना चाहिए कि नया सैलेरी ब्रेकअप जो सामने आया है उसके हिसाब से शिक्षकों को कितना वेतन मिलेगा.
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बता दें कि जब शिक्षक भर्ती परीक्षा के जरिए नव नियुक्त शिक्षकों के लिए नियम बने तो इसका जमकर विरोध हुआ था. वहीं इस सब के बीच राज्य के नियोजित शिक्षक भी राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे थे. ऐसे में अगर नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिला तो उन्हें BPSC वाले शिक्षकों के बराबर का वेतन मिलने लगेगा.
ऐसे में कक्षा एक से 5 तक के नियोजित शिक्षक जिनका मूल वेतन 25 हजार है. कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों का मूल वेतन 28 हजार है. कक्षा 9 से 10 तक के शिक्षकों का मूल वेतन 31 हजार रुपए है. वहीं कक्षा 11 और 12 के शिक्षकों का मूल वेतन 32 हजार है. वहीं हेडटीचर प्राइमरी स्कूल का मूल वेतन और हेडमास्ट प्लस 2 का मूल वेतन क्रमश: 30500 से 35 हजार रुपए है.
ऐसे में मूल वेतन में अन्य भत्ते भी जुड़ते जाते हैं. जिसमें डीए, एचआरए, सीटीए और मेडिकल आदि है. इसमें से इस बार डीए 46 प्रतिशत हो गया है. वहीं पेंशन फंड की राशि भी इसी में जुड़ती है. ऐसे में ग्रॉस सैलरी से पेंशन फंड को काटकर इन हैंड सैलरी बनती है.