Butterfly Park: बोधगया का बटरफ्लाई पार्क बन रहा अंतरराष्ट्रीय मिलन स्थल, दूर देशों से आ रही 92 प्रजातियों की तितलियां
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Butterfly Park: बोधगया का बटरफ्लाई पार्क बन रहा अंतरराष्ट्रीय मिलन स्थल, दूर देशों से आ रही 92 प्रजातियों की तितलियां

Butterfly Park: पार्क में तितलियों के लिए खास तौर पर 60 तरह के पौधे लगाए गए हैं, जो उनके खाने, प्रजनन और आराम के लिए जरूरी होते हैं. ये पौधे होस्ट प्लांट और नेक्टर प्लांट की श्रेणी में आते हैं.

 

Butterfly Park: बोधगया का बटरफ्लाई पार्क बन रहा अंतरराष्ट्रीय मिलन स्थल, दूर देशों से आ रही 92 प्रजातियों की तितलियां

Butterfly Park: बोधगया के जयप्रकाश उद्यान में स्थित बटरफ्लाई पार्क प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है. यहां पर विभिन्न प्रकार की सैकड़ों तितलियों को उनके प्राकृतिक वातावरण में उड़ते और खेलते देखा जा सकता है. इस पार्क को पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा स्थापित किया गया है, जो तितलियों के संरक्षण और पालन-पोषण के लिए विशेष रूप से बनाया गया है.

तितलियों का आकर्षण
जयप्रकाश उद्यान के बटरफ्लाई पार्क की देख रेख करने वाले कर्मचारियों के अनुसार पार्क में 92 प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं. ये तितलियां न केवल भारत के विभिन्न हिस्सों से बल्कि हिमालयन क्षेत्र, चीन, यूरोप, सऊदी अरब और अफगानिस्तान जैसे दूरस्थ स्थानों से भी यहां तक का सफर तय करती हैं. हजारों किलोमीटर की यात्रा कर यह तितलियां बोधगया के इस अद्भुत स्थल तक पहुंचती हैं.

बौद्ध धर्म और तितलियों का महत्व
बौद्ध धर्म में जीवों की स्वतंत्रता को बहुत महत्व दिया गया है. पर्यटक इस पार्क में तितलियों को लाकर उन्हें आजाद करते हैं, जिससे उन्हें आध्यात्मिक शांति और पुण्य की अनुभूति होती है. खास बात यह है कि भगवान बुद्ध से जुड़ी कॉमन क्राउ तितली प्रजाति को बोधि वृक्ष के साथ विशेष संबंध बताया जाता है. यह प्रजाति बोधि वृक्ष से भोजन प्राप्त कर अपना पूरा जीवन चक्र पूरा करती है.

तितलियों के लिए विशेष व्यवस्था
पार्क में तितलियों की विभिन्न प्रजातियों के लिए 60 प्रकार के पौधे लगाए गए हैं, जो होस्ट प्लांट और नेक्टर प्लांट की श्रेणी में आते हैं. यहां तितलियों के लिए भोजन, प्रजनन और विश्राम की समुचित व्यवस्था है. बटरफ्लाई रेयरिंग सेंटर में तैनात विशेषज्ञ इन तितलियों की देखभाल करते हैं और नई प्रजातियों की पहचान करते हैं.

प्रमुख प्रजातियां
जानकारी के लिए बता दें कि यहां कॉमन मॉर्न, लाइम स्वेलोटॉल, कॉमन रोस, प्लेन टाइगर और ईस्टर्न स्ट्राइप्ड अल्बाट्रॉस जैसी तितलियों की प्रजातियां देखने को मिलती हैं. इन प्रजातियों को सुरक्षित रखने और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए लैब में पालन-पोषण की जाती है. अभी तक 30 प्रजातियों की तितलियों को लैब में तैयार कर प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा गया है.

तितलियों का यह संसार क्यों खास है?
बोधगया का बटरफ्लाई पार्क न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है बल्कि यह मानव और प्रकृति के बीच संबंधों को गहराई से जोड़ता है. यहां आकर लोग न केवल तितलियों की खूबसूरती का आनंद लेते हैं, बल्कि उनके संरक्षण के महत्व को भी समझते हैं.

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