पटना में यातायात नियमों की अनदेखी पड़ेगी जेब पर भारी, परिवहन विभाग ने चलाया विशेष जांच अभियान
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पटना में यातायात नियमों की अनदेखी पड़ेगी जेब पर भारी, परिवहन विभाग ने चलाया विशेष जांच अभियान

परिवहन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में कुल 9 हजार 553 सड़क दुर्घटनाएं हुई. इन हादसों में 7 हजार 660 लोगों की मौत हुई. 3 हजार 288 लोग सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों की मौत हुई.

(फाइल फोटो)

पटना: बिहार में सड़क हादसे बढ़ते ही जा रहे है. यहां प्रगति और विकास की दौड़ में यातायात व्यवस्था का विस्तार तो हुआ लेकिन दुर्घटनाओं की फेहरिस्त भी कम लंबी नहीं है. परिवहन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में कुल 9 हजार 553 सड़क दुर्घटनाएं हुई. इन हादसों में 7 हजार 660 लोगों की मौत हुई. 3 हजार 288 लोग सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों की मौत हुई. जबकि 3 हजार 123 दोपहिया चालक हादसों का शिकार बने. वहीं वर्ष 2022 की पहली तिमाही में कुल 2 हजार 375 सड़क हादसे हुए. जिनमें 1 हजार 961 लोगों की मौत हुई, जबकि 1 हजार 643 लोग घायल हुए. 

पटना में विशेष जांच अभियान
राजधानी पटना में इसी सूची पर विराम लगाने को लेकर यातायात पुलिस ने कड़े कदम उठाए हैं. विभाग के वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार शहर की सड़कों पर विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा. अभियान के तहत यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों का ना सिर्फ चालान काटा जाएगा, बल्कि नियमों के प्रति उन्हें जागरूक भी किया जाएगा, ताकि आगे से वो गलतियों को दोहराव नहीं करें. 

50% लोग करते हैं नियमों का पालन
यातायात पुलिस के सब इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि 50% से अधिक लोग यातायात नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर नियमों का पालन नहीं करना चाहते हैं. इसके लिए वह तरह-तरह के बहाने भी बनाते हैं. हम लोग सब को जागरूक करते हैं और कोशिश करते हैं कि सभी लोग यातायात नियमों का पालन करें. 

आंकड़ों को कम करने की पहल
उधर, पटना में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डाले तो 2022 में जनवरी महीने में 35 दुर्घटनाएं हुई. जिसमें 27 लोगों की मौत हुई और 24 लोग घायल हो गए. वहीं फरवरी में 34 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 7 की मौत हो गई और 16 घायल हुए. मार्च और अप्रैल में 24-25 हादसे हुए, जिसमें 7 और 16 लोगों की जान गई. मई में 38 और जून में 130 दुर्घटनाएं हुईं. मई में हादसों में 15 और जून में 17 लोगों की जान गई.

जागरूकता से बचेगी जिंदगी
बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए हर एक नागरिक की ये जिम्मेदारी है कि सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन करें. ड्राइविंग करते हुए कभी फोन पर बात ना करें, बाइक चलाते वक्त हेलमेट जरूर पहने और वाहन की स्पीड का हमेशा ख्याल रखें. गाड़ी चलाते हुए यातायात और चेतावनी संकेतों पर ध्यान दें. सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाने, ऐसी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते हुए बड़े हादसों से बचा जा सकता है.

इनपुट- अनुज सिन्हा

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