हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल छठ महापर्व की शुरुआत 5 नवंबर 2024, मंगलवार से हो रही है. ये पर्व 8 नवंबर को खत्म होगा 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व की तैयारियां दिवाली के बाद से से ही शुरू हो जाती है. वहीं नहाय खाय वाले दिन पूजा करने का समय की बात करें तो सुबह 06 बजकर 39 मिनट से लेकर शाम को 5 बजकर 41 मिनट तक आप पूजा कर सकते हैं. इस अवधि में पूजा करने से आपको विशेष लाभ मिलता है.
छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय से शुरू होता है. इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं सुबह जल्दी उठकर घर की साफ सफाई करने के बाग गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करती है. यदि आपके आस पास कोई नदी नहीं है तो आप घर के पानी में ही गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं.
नहाय खाय के दिन से ही छठ पूजा का व्रत शुरू हो जाता है. यह व्रत संतान और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है. स्नान करने के बाद आप सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें और पूजा अर्चना करें. इसके बाद नहाय खाय के दिन चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल का सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है.
मान्यता के अनुसार, नहाय खाय के दिन स्नान करने के बाद शुद्ध भोजन ग्रहण करने से शरीर और मन दोनों की शुद्धी होती है. छठ पूजा की शुरुआत का सबसे महत्वपूर्ण दिन नहाय खाय ही होता है. नहाय खाय को नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक माना गया है.
हिंदू धर्म में छठ पर्व को इसलिए महापर्व कहा जाता है क्योंकि इसमें कई बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है. छठ के सामान को गंदे हाथों से छूने की मनाही रहती है. छठ महापर्व के इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं को जूठे हाथों से छूना पाप माना गया है.
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