Jan Suraj Yatra Bihar Politics: अपनी यात्रा के 118वें दिन गोपालगंज के पचदेवरी के खलगांव पंचायत में प्रशांत किशोर जब शुक्रवार को पहुंचे तो यहां मीडिया बातचीत के दौरान उन्होंने महागठबंधन को लेकर बड़ा खुलासा कर दिया.
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पटना: Jan Suraj Yatra Bihar Politics: बिहार की राजनीति में लगातार घमासान जारी है. रोज-रोज एक-एक करके नए खुलासे हो रहे हैं, सुधाकर सिंह कंट्रोवर्सी से राजद घेरे में है तो उपेंद्र कुशवाहा मैटर से जदयू में खींचतान है. इसी बीच कई बार ऐसी खबरें उठ चुकी हैं कि जदयू और राजद में कुछ ठीक नहीं है. जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने इन्हीं बातों के बीच एक नया खुलासा करके मामले को नई हवा दे दी है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर मे अपनी यात्रा के 118वें दिन शुक्रवार को कहा कि सीएम नीतीश असल में जंगलराज की वापसी चाहते हैं और वह यह नहीं चाहते हैं, कोई उनसे बेहतर व्यक्ति सत्ता में आए.
इस बहाने जनता को याद आना चाहते हैं नीतीश कुमार
यात्रा के 118वें दिन गोपालगंज के पचदेवरी के खलगांव पंचायत में प्रशांत किशोर जब शुक्रवार को पहुंचे तो यहां मीडिया बातचीत के दौरान उन्होंने महागठबंधन को लेकर बड़ा खुलासा कर दिया. बकौल किशोर 'मार्च 2022 में नीतीश कुमार ने मुझे बताया था कि वह महागठबंधन बनाने जा रहे हैं. उन्होंने मुझे शामिल होने के लिए कहा. उनका मानना था कि अगर वह भाजपा के साथ रहते हैं तो 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले भाजपा उन्हें हटाएगी. इसके साथ ही नीतीश कुमार इसलिए तेजस्वी को सीएम बनाने की बात कह रहे हैं ताकि 2025 के बाद बिहार में शासन व्यवस्था बिगड़ जाए और बिहार की जनता ऐसा कहने लगे कि इससे बढ़िया तो नीतीश कुमार ही थे.'
When Nitish Kumar met me in Delhi on March 2022,he told me about Mahagadbandhan & requested me to join. He knew that if he continued his alliance with BJP, after winning 2024 polls,he would be removed & BJP would choose a CM from their own party:Prashant Kishor, Political Analyst pic.twitter.com/u4DQmqQOGA
— ANI (@ANI) January 27, 2023
महागठबंधन चलाने की काबीलियत नहीं: पीके
प्रशांत किशोर ने कहा कि ' महागठबंधन हमने बनवाया है. 2015 में तीन दलों का महागठबंधन था. आज सात दलों का महागठबंधन है. कोई भी ऐसा आदमी नहीं है जो सात दलों के नेताओं को साथ बैठाकर बात कर सके. नीतीश कुमार में तो वह काबिलियत कभी रही ही नहीं है.नीतीश कुमार और लालू यादव तो साथ में बैठकर बात भी नहीं कर सकते हैं.ये लोग कैसे महागठबंधन चलाएंगे.'