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झारखंड आदिवासी महोत्सव में दिखी वनवासी जीवन दर्शन की झलकियां, देखें तस्वीरें

झारखंड आदिवासी महोत्सव की बड़े धूमधाम से शुरुआत हो गई है. यह त्योहार झारखंड का सबसे बड़ा त्योहार होता है. विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का का जश्न मनाया जाता है. यह उत्सव 9 और 10 अगस्त को दो दिनों तक चलेगा.

झारखंड आदिवासी महोत्सव का उद्घाटन

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झारखंड आदिवासी महोत्सव का उद्घाटन

झारखंडी संस्कृति के सबसे बड़े उत्सव 'झारखंड आदिवासी महोत्सव' का उद्घाटन शुक्रवार (9 अगस्त) को प्रदेश के राज्यपाल ने किया. यह कार्यक्रम राजधानी रांची के बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में आयोजित हो रहा है

शिबू सोरेन भी मुख्य अतिथि

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शिबू सोरेन भी मुख्य अतिथि

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके पिता एवं पूर्व सीएम शिबू सोरेन भी शामिल हुए. कार्यक्रम स्थल को बेहद सजाया गया है, जिसके पीछे झारखंड के आदिवासी जीवन के ग्रामीण दर्शन को दर्शाया गया है.

अन्य राज्यों का भी कला प्रदर्शन

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अन्य राज्यों का भी कला प्रदर्शन

झारखंड एवं अन्य राज्यों के चित्र बनाने वाले अपने चित्रों के माध्यम से झारखंड की जनजातीय संस्कृति को दर्शाया गया है. झारखंड आदिवासी महोत्सव में मिजोरम, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे. 

डांस और संगीत का प्रदर्शन

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डांस और संगीत का प्रदर्शन

झारखंड विश्व आदिवासी महोत्सव में विभिन्न आदिवासी समुदायों के डांस और संगीत का प्रदर्शन करेंगे. महोत्सव के दौरान कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें आदिवासी व्यंजन प्रतियोगिता, आदिवासी पुस्तक मेला, आदिवासी कवि सम्मेलन, झारखंड की चित्रकला शैलियां, वेशभूषा फैशन शो, लेजर शो और आदिवासी खेल शामिल हैं. 

एकता और भाईचारे का भाव

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एकता और भाईचारे का भाव

झारखंड आदिवासी महोत्सव आदिवासी समुदाय के लोगों को एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां आदिवासी समुदाय अपनी संस्कृति और साख का प्रदर्शन कर सकता है. यह महोत्सव युवाओं में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है. 

संस्कृति और परंपराओं का आनंद

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संस्कृति और परंपराओं का आनंद

आदिवासी महोत्सव 2024 एक ऐसा मंच है जहां आप भी इस झारखंड आदिवासी महोत्सव में जाकर झारखंड की संस्कृति और परंपराओं का आनंद ले सकते हैं.