Waqf Amendment Bill 2024: मोदी सरकार जेपीसी की रिपोर्ट आने के बाद वक्फ बिल को संसद के शीत सत्र में ही पारित कराने की कोशिश कर सकती है. महाराष्ट्र में शानदार जीत के बाद भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए खुद पीएम मोदी ने इस बात के संकेत दिए. इस बीच पटना में जमीयत उलेमा ए हिंदी की बड़ी बैठक हो रही है, जिसमें वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ समर्थन जुटाने की कवायद की जा रही है.
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Jamiyat Ulema E Hind Meeting In Patna: एक तरफ पीएम मोदी ने वक्फ बोर्ड को लेकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं और कहा है कि बाबा साहब के संविधान में इसका कोई स्थान नहीं है, दूसरी तरफ जमीयत उलेमा ए हिंद की ओर से वक्फ बोर्ड के समर्थन में पटना में एक बड़ी बैठक बुलाई गई है. पटना में बैठक का मुख्य मकसद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बनाना है. जमीयत उलेमा ए हिंद का मत है कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के समर्थन से चल रही सरकार के दौरान इस तरह के फैसले नहीं लिए जाने चाहिए. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी न्यौता भेजा गया है. बैठक को संबोधित करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा है, मुझे हैरानी हुई कि पीएम मोदी ने कहा कि वक्फ कोई चीज नहीं है. कल वे कहेंगे कि नमाज और जकात का भी कोई दस्तूर नहीं है. वक्फ बिल पर सरकार जो संशोधन लेकर आई है, उस पर जमीयत को ऐतराज है.
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मौलाना मदनी ने कहा, कांग्रेस का जन्म नहीं हुआ था, तब से हम आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं. कांग्रेस का मकसद तो आजादी थी भी नहीं. उसका निर्माण तो इसलिए हुआ था कि मुल्क के लोग और अंग्रेजी हुकूमत के बीच सामंजस्य स्थापित हो सके. उन्होंने कहा कि अगर कोई ये मानता है कि मुल्क का दस्तूर केवल हिंदुओं ने बनाया है तो वह दुनिया के बारे में कुछ भी नहीं जानता. मुल्क के साथ हमारा 145 साल पुराना किरदार है और कोई माई का लाल इसे खारिज नहीं कर सकता.
मौलाना मदनी ने कहा, जमीयत उलेमा ए हिंद मुल्क के लोगों के बीच प्यार और मोहब्बत के लिए कुर्बानी देती आई है. हमने मुल्क का दस्तूर बनाया है और हम यहां अमन चैन के लिए काम करते आए हैं. बुलडोजर एक्शन पर मौलाना मदनी ने कहा, किसी एक की करनी की सजा पूरे परिवार को नहीं दी जा सकती. अल्लाह ने हमारी बात कुबूल की और अब कोई किसी के घर पर बुलडोजर चलाकर दिखाए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से जो फैसला आया, उन जजों में मुसलमान नहीं, हिंदू थे. हम बार बार सुप्रीम कोर्ट गए और हमें इंसाफ मिला.
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उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कुछ लोगों के मिजाज में गड़बड़ी पैदा हो गई है. उन्होंने कहा कि मोदी जी को कच्ची बात नहीं करनी चाहिए. इस तरह के बयान मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करते हैं. असम के सीएम मुसलमानों को घुसपैठिया बोलते हैं. झारखंड में दिन रात बैठे रहे पर अवाम ने मुंह काला कर दिया.