Gomia Assembly Seat: आगामी चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि गोमिया विधानसभा सीट पर कौन सा दल जीतता है और मतदाता किसे पसंद करते हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने मुद्दों के साथ चुनावी प्रचार में जुटी होंगी, ताकि वे मतदाताओं का ध्यान आकर्षित कर सकें. गोमिया का चुनाव परिणाम सिर्फ यहां की राजनीति पर ही नहीं, बल्कि झारखंड की पूरी राजनीतिक स्थिति पर भी असर डाल सकता है.
Trending Photos
Gomia Assembly Seat: गोमिया विधानसभा सीट झारखंड के 81 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. इस सीट पर आगामी चुनाव 20 नवंबर 2024 को होंगे और इसके परिणाम 23 नवंबर 2024 को घोषित किए जाएंगे. गोमिया झारखंड के बोकारो जिले के बेरमो उपखंड में स्थित है और यह एक महत्वपूर्ण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है.
2019 विधानसभा चुनाव परिणाम
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी के उम्मीदवार लंबोदर महतो ने 71,859 वोट प्राप्त करके जीत हासिल की थी. उनके बाद झामुमो की बबीता देवी को 60,922 वोट मिले. निर्दलीय उम्मीदवार माधव लाल सिंह को 26,103 वोट मिले, जबकि बीजेपी के लक्ष्मण कुमार नायक को 18,011 वोट ही मिले. यह चुनाव गोमिया सीट पर एक रोचक मुकाबला था, जिसमें आजसू और झामुमो के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली.
2018 विधानसभा उपचुनाव
2018 में गोमिया विधानसभा उपचुनाव में झामुमो की बबीता देवी ने 60,552 वोट लेकर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में आजसू के लंबोदर महतो को 59,211 वोट मिले, जो कि बेहद नजदीकी मुकाबला था. बीजेपी के माधव लाल सिंह ने भी 42,038 वोट प्राप्त किए. इस उपचुनाव में झामुमो ने महत्वपूर्ण बढ़त बनाई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि क्षेत्र में उनकी मजबूत स्थिति है.
2014 विधानसभा चुनाव परिणाम
2014 के विधानसभा चुनाव में झामुमो के योगेन्द्र प्रसाद ने 97,799 वोट प्राप्त किए और जीत हासिल की. इस चुनाव में बीजेपी के माधव लाल सिंह को 60,285 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार विमल कुमार जयसवाल को सिर्फ 3,828 वोट मिले. योगेन्द्र प्रसाद की जीत ने झामुमो की ताकत को दर्शाया, जो इस क्षेत्र में अपनी राजनीतिक पकड़ बनाए रखने में सफल रहे.
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार गोमिया विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां हमेशा से दिलचस्प रही हैं. यहां पर विभिन्न राजनीतिक दलों की मौजूदगी के कारण चुनावी समीकरण हर बार बदलते हैं. आजसू, झामुमो और बीजेपी जैसे दलों ने यहां अपने-अपने आधार को मजबूत करने के लिए संघर्ष किया है. आगामी चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा दल इस सीट पर विजय प्राप्त करता है और मतदाताओं की पसंद क्या होती है. चुनावी प्रचार में सभी पार्टियां अपने-अपने मुद्दों को लेकर मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश करेंगी. गोमिया विधानसभा क्षेत्र का चुनाव परिणाम केवल स्थानीय राजनीति पर ही नहीं, बल्कि झारखंड की समग्र राजनीतिक स्थिति पर भी प्रभाव डाल सकता है.
ये भी पढ़िए- खूंटी विधानसभा सीट पर क्या भाजपा बरकरार रखेगी गढ़, या गठबंधन की होगी जीत?