Opposition Unity: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से फिर मिलेंगे नीतीश-तेजस्वी, अचानक मुलाकात की क्या है वजह?
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Opposition Unity: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से फिर मिलेंगे नीतीश-तेजस्वी, अचानक मुलाकात की क्या है वजह?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज यानी मंगलवार (20 जून) को तमिलनाडु के दौरे पर जाने वाले हैं. यहां वो तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात करने वाले हैं.

नीतीश कुमार-एमके स्टालिन (File Photo)

Lok Sabha Election 2024: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज यानी मंगलवार (20 जून) को तमिलनाडु के दौरे पर जाने वाले हैं. यहां वो तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात करने वाले हैं. जानकारी के मुताबिक, स्टालिन को विपक्ष की बैठक का निमंत्रण देने के लिए गए नीतीश-तेजस्वी तमिलनाडु गए हैं. ये बैठक 23 जून को पटना में होने वाली है. इस बैठक में 18 दलों के नेताओं को बुलाया गया है. इसमें तमिलनाडु के सीएम और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन को बुलाया गया है. नीतीश और तेजस्वी ने पिछले महीने ही स्टालिन से मुलाकात की थी और उन्हें बैठक का निमंत्रण भी दिया था. 

 

अब सवाल ये उठता है कि जब निमंत्रण दिया जा चुका था तो फिर नीतीश-तेजस्वी को अचानक से दोबारा तमिलनाडु क्यों जाना पड़ा? दरअसल, स्टालिन अपने पिता और तमिलनाडु के पूर्व सीएम एम. करुणानिधि की जन्म शताब्दी पर पूरे प्रदेश में भव्य कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. इसमें शामिल होने के लिए ही बिहार के दोनों नेता चेन्नई जाएंगे. यहां बिहार के सीएम नीतीश कुमार के हाथों ‘कलैगनार कोट्टम’ परिसर का उद्घाटन होना है, तो वहीं तेजस्वी यादव ‘मुथुवेलार’ पुस्तकालय का उद्घाटन करेंगे. 

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दूसरी ओर नीतीश-तेजस्वी ने जब स्टालिन को विपक्ष की बैठक का निमंत्रण दिया था, तब बैठक 12 जून को होने वाली थी. लेकिन कांग्रेस के कारण आखिरी समय में बैठक कैंसिल हो गई थी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने बैठक में आने से मना कर दिया था. वो अपने-अपने कार्यक्रमों में बिजी थे, जिसकी वजह से बैठक को 23 जून को स्थानांतरित किया गया. स्टालिन को नई तारीख की जानकारी देने के लिए दोनों नेता चेन्नई जाएंगे. 

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नीतीश की विपक्षी एकता वाले इस मुहिम में कांग्रेस पार्टी अडंगा लगाने में लगी है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक से पहले ही बिहार कांग्रेस ने पीएम प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. सीएम नीतीश कुमार का साफ कहना है कि कॉमन प्रोग्राम के तहत चुनाव लड़ा जाएगा और बाद में प्रदर्शन के हिसाब से पीएम कैंडिडेट का चयन होगा. नीतीश के अलावा एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी चुनाव के बाद ही प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी का चुनाव करने की वकालत की थी. वहीं बिहार में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री घोषित कर दिया है. अखिलेश प्रसाद सिंह ने राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई देते हुए उन्हें भावी प्रधानमंत्री बताया. 

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