झारखंड के चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जोलहबिगहा एक गांव है. जहां के लोग सड़क पर नहीं बल्कि गड्ढे में चलने को मजबूर हैं. उत्पन्न समस्या को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.
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चतराः झारखंड के चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जोलहबिगहा एक गांव है. जहां के लोग सड़क पर नहीं बल्कि गड्ढे में चलने को मजबूर हैं. उत्पन्न समस्या को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और अधूरे सड़क का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की.
ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क केशवा से लालीमाटी तक बनाई जा रही थी. सड़क का निर्माण कार्य जिला परिषद के द्वारा कराया जा रहा था. जिसके संवेदक जिला परिषद सदस्य प्रतापपुर रीना देवी थी. सड़क निर्माण की अवधि दो वर्ष निर्धारित की गई थी. बताते चलें कि सड़क का एग्रीमेंट 2021 में हुआ था. इस दौरान कई बार काम शुरू हुआ और बंद हुआ. जब-जब ग्रामीणों के द्वारा सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने को लेकर हंगामा किया गया तब- तब दो-तीन दिन काम शुरू किया गया और फिर बंद कर दिया गया. इस प्रकार 2 वर्ष बीत गए और काम पूरा नहीं हुआ.
अब स्थिति ऐसी हो गई है कि थोड़ी सी भी बारिश होती है तो सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है. पानी के कारण सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है. जिससे लोगों का इस सड़क से गुजरना दुश्वार हो गया है. सड़क खराब होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी हो रही है.
वहीं इस बाबत पूछे जाने पर संवेदक के प्रतिनिधि ने बताया कि जीएसबी का कार्य पूरा करा दिया गया है. अगस्त के अंत तक सड़क ढलाई का कार्य पूरा कर दिया जाएगा. इधर विभाग के एसडीओ आनंद पांडेय ने कहा कि संवेदक को कई बार अल्टीमेटम दिया गया है. इस बार 30 अगस्त तक अंतिम समय दिया गया है. अगर निर्धारित समय तक सड़क निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया जायेगा तो संवेदक के लाइसेंस को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया जायेगा.
इनपुट- धर्मेंद्र पाठक
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