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Kaalsarp Dosh: सावन के महीने में 19 साल बाद मलमास लगा है ऐसे में इस बार सावन का महीना 59 दिनों का है. भगवान शिव को अतिप्रिय यह महीना उनकी कृपा पाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. ऐसे में इस महीने की 21 तारीख यानी 21 अगस्त को इस महीने की नागपंचमी की तिथि पड़ रही है जो सोमवार का दिन होगा. यह एक संयोग ही है.
बता दें कि सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पूरे दिन और रात को नौ बजकर 54 मिनट तक रहेगी. मतलब इसदिन पूरे दिन शिव की कृपा पाने के लिए कई तरह के अनुष्ठान किए जा सकते हैं जिसका खूब लाभ मिलेगा. वहीं इस दिन चित्रा नक्षत्र भी रहेगा. वहीं चंद्रमा कन्या और तुला दोनों राशियों में होगी. ऐसे में सूर्योदय के समय से ही शुभ बुधादित्य योग बन रहा है. बुध और सूर्य की स्थिति उच्च की हो तो यह योग बनता है. यह शुभ योग कई तरह के लाभ प्रदान करता है.
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वैसे आपको बता दें कि इस दिन नागपंचमी है और सनातन धर्म में नाग को बगवान शिव के गले का हार और भवान श्री हरि नारायण की शैय्या के रूप में वर्णित किया गया है. ऐसे में इस दिन नागपूजा से भगवान शिव और भगवान हरिनारायण विष्णु दोनों प्रसन्न होते हैं.
ऐसे में जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष हो वह इस दिन शिव की पूजा और रुद्राभिषेक कर और शिवलिंग पर सोने, चांदी, तांबे या पीतल के नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाकर इस दोष से मुक्ति पा सकते हैं. इस दिन घर की दीवानों पर नागों का चित्र बनाना और दूध और धान के लावा का भोग लगाना नाग देवता को प्रसन्न करने का तरीका है. ऐसे में इस बुधादित्य योग में नाग की पूजा और शिव का अभिषेक करने से समस्त नाग दोषों और काल सर्पदोष से मुक्ति मिलेगी.