दरभंगा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत शुभंकरपुर में बागमती नदी पर 50 हजार की आबादी की लाइफलाइन महाराजी पुल का निर्माण समय सीमा के अंदर पूरा नहीं होने से लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लोग दूसरी ओर बने क्षतिग्रस्त पीपे के पुल से आना-जाना कर रहे हैं, जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकता है. इस पुल निर्माण कार्य का शिलान्यास 10 जुलाई 2022 को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने किया था. दरभंगा महाराज द्वारा वर्ष 1949 में निर्मित स्क्रू पाइप पुल के स्थान पर 1424.02 लाख रुपए की लागत से 68.48 मीटर लंबा और 8.45 मीटर चौड़ा उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण होने की सूचना से पूरे क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी. लेकिन ठेकेदार द्वारा इसे डेढ़ वर्ष में पूरा करना था. लेकिन 2 वर्ष बीत जाने के बावजूद यह पुल चालू नहीं हो सका. इस पुल के पास लोगों के आने-जाने के लिए पीपा पुल बनाया गया था. लेकिन नदी का जलस्तर बढ़ने से यह पीपा पुल क्षतिग्रस्त हो गया. लेकिन लोग इसी क्षतिग्रस्त पीपा पुल से आवागमन करने को मजबूर हैं. गौरतलब है कि शहर की आधी शवयात्राएं इसी महाराजी पुल से होकर दूसरी तरफ शुभंकरपुर स्थित श्मशान घाट जाती हैं. देखें रिपोर्ट