बिहार सरकार भले ही स्वास्थ्य विभाग में सुधार के दावे कर ले, लेकिन जमुई सदर अस्पताल में स्थिति बिल्कुल विपरीत है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एक तरफ मरीजों को खटिया पर पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा है, जबकि दूसरी तरफ स्ट्रेचर पर अस्पताल का सामान ढोया जा रहा है. इससे अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही और बेफिक्री का साफ पता चलता है. जब इस बारे में अस्पताल प्रबंधक रमेश पांडेय से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और वहां से चले गए. इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की खामियों को उजागर कर दिया है.