Ambala Crime News: इस मामले में 300 से अधिक एक ग्रुप में लोग जुड़े हुए है और अभी तक तीन ग्रुप के लोगों की जानकारी पुलिस को मिली है जो ग्रुप चला रहे थे. फिलहाल तीनों ग्रुप के एडमिन पुलिस की पकड़ में नहीं आए है. इनमें से एक एडमिन पर पहले भी इस तरह का मामला दर्ज है.
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Ambala Crime News: अंबाला में ओवरलोड चलने वाले डंपर टिप्पर वाहन चालक और मालिकों ने RTA द्वारा किये जाने वाले भारी भरकम चालान से बचने के लिए वाट्सऐप पर कई ऐसे ग्रुप्स बनाए हुए थे, जिनमें RTO के अनजाने की पल-पल खबर अपडेट की जा रही है और इसके बदले मंथली के हिसाब से एक रकम का लेनदेन होता था. इस बारे में अंबाला RTO ने पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने मामले में अलग-अलग तीन पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लिया.
इस मामले में 300 से अधिक एक ग्रुप में लोग जुड़े हुए है और अभी तक तीन ग्रुप के लोगों की जानकारी पुलिस को मिली है जो ग्रुप चला रहे थे. 1. गदर एक प्रेम कथा, 2. एक नजर मेरे पीर की और 3 महादेव ड्राइवर ग्रुप था. फिलहाल तीनों ग्रुप के एडमिन पुलिस की पकड़ में नहीं आए है. इनमें से एक एडमिन पर पहले भी इस तरह का मामला दर्ज है. ओवरलोड डंपर टिप्पर वाहन चालक भारी चालान से बचने के लिए कई तरीके अपनाते है. ऐसा ही एक मामला अंबाला से सामने आया है.
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अंबाला पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो चालान से बचने के ली RTO की पल-पल की जानकारी वाहन चालकों के साथ सांझा कर रहे थे, इसके लिए कई वाट्सऐप ग्रुप भी बना रखे थे और ग्रुप के नाम भी अजीबोगरीब रखे गए जैसे की गदर एक प्रेम कथा या एक नजर मेरे पीर की इन ग्रुपों में आरटीओ की गाड़ी कब कहां से गुजर रही है और कहां जा रही है यह सब बताया जाता था ताकि ट्रक चालक सतर्क हो जाए और समय से अपना रास्ता बदल लें.
इन ग्रुप में लगभग 300 से ज्यादा लोग शामिल है, जिनमें कुछ ट्रक चालक और ट्रक मालिक है. इस मामले पर ज्यादा जानकारी देते हुए अंबाला कैंट डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि आरटीओ की तरफ से एक शिकायत मिली थी की आरटीओ विभाग की गाड़ियों की रैकी की जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कई धाराओं के तहत अंबाला के अलग-अलग थानों में तीन एफआईआर दर्ज की और कई लोगों को हिरासत में लिया है.
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फिलहाल तीनों ग्रुप के एडमिन अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है ये लोग अलग-अलग नाम से (गदर एक प्रेम कथा, एक नजर मेरे पीर की, महदेव ड्राइवर) ग्रुप चला रहे थे और इन में से एक ग्रुप एडमिन तो पहले भी इसी तरह के मामले में पकड़ा जा चुका है. इन ग्रुपों में आरटीओ कब दफ्तर से निकल रहे हैं.
(इनपुटः अमन कपूर)