Bhagavad Gita: भागवत गीता पढ़ने और समझने से जीवन में होते है चमत्कारी परिवर्तन
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Bhagavad Gita: भागवत गीता पढ़ने और समझने से जीवन में होते है चमत्कारी परिवर्तन

सनातन धर्म में भागवत गीता का महत्व लोगों के जीवन में सर्वोपरि है. कहा जाता है कि भागवत गीता पढ़ने वाले लोग मोह माया के जाल से निकलने में सहयोग करते हैं और लोग अध्यात्म की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं.

Bhagavad Gita: भागवत गीता पढ़ने और समझने से जीवन में होते है चमत्कारी परिवर्तन

Bhagavad Gita: सनातन धर्म में भागवत गीता का महत्व लोगों के जीवन में सर्वोपरि है. कहा जाता है कि भागवत गीता पढ़ने वाले लोग मोह माया के जाल से निकलने में सहयोग करते हैं और लोग अध्यात्म की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं. भगवत गीता को सरल भाषा में रूपांतरण करने वाले परमधाम ट्रस्ट के प्रमुख राधेश्याम महाराज ने शनिवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवादता सम्मेलन का आयोजन कर गीता परम रहस्य पर प्रकाश डाला.

उन्होंने कहा कि गीता को पढ़ने व समझने से जीवन मे कई चमत्कारी परिवर्तन होते हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण मैं स्वयं हूं. मैं एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन था. मेरा बिजनेस देश-विदेश में फैला हुआ है, लेकिन जब मैंने भागवत गीता को पढ़ा और समझा तो मेरे जीवन में जो परिवर्तन आया उसे ही आप देख रहे हैं. मैंने अध्यात्म और दुनिया के माया से हटकर सन्यास का रास्ता चुना और लोगों की मदद करने की सोची. साथ ही अपने सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए देश-विदेश भटक रहा हूं.

इस दौरान मैंने देखा कि लोग भागवत गीता पढ़ना तो चाहते हैं मगर भागवत गीता के श्लोक संस्कृत में लिखे जाने की वजह से लोग उसे समझ नहीं पाते. इसके बाद मुझे ख्याल आया कि क्यों ना इसे सरल भाषा में रूपांतरण करके लोगों को पढ़ने के लिए दी जाए. इसके बाद मैंने भगवत गीता में लिखे सभी श्लोक को हिंदी में रूपांतरण और इंग्लिश में रूपांतरण कर उसे ऑडियो और प्रिंट के माध्यम से लोगों को सुपुर्द किया है. ताकि लोग अब भागवत गीता को अपने और अपने सनातन संस्कृति को समझें और साथ ही गीता में लिखो एक-एक वाक्य को समझकर अपने जीवन में परिवर्तन लाकर जीवन को एक सार्थक कर्तव्य के रास्ता पर ले जा सके. 

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जब आपके जीवन में परिवर्तन होता है तो आपके जीवन में कई कठिनाइयां भी आती है. मगर उसे कठिनाइयों से जब आप बाहर निकालने की कोशिश करते हैं या उससे लड़ने की कोशिश करते हैं तो भगवत गीता में लिखा एक-एक सार आपकी बहुत मदद करता है. इसलिए सनातन धर्म के सभी लोगों को भगवत गीता को अपनाना चाहिए और भागवत गीता पढ़कर अपने जीवन को एक दिशा देने की कोशिश करनी चाहिए. 

गीता परम रहस्यम, सम साधना, परम लीला जैसी उपयोगी पुस्तकों के सहारे प्रचार-प्रसार में लगे परम सन्यासीयो ने सेवा के प्रकल्प गौ सेवा, नंदी सेवा सहित अन्य कार्यों  में जुट गए हैं. इधर परमधाम में आने वालों के लिए व्यवस्था बनाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है. परमधाम में दिनों दिन परम संन्यासियों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसको देखते हुए व्यवस्था बढ़ाने में जुटा हुआ है परमधाम. मानसिक शांति, शारीरिक और आत्मिक स्थिति में सुधार हेतु देश के हर जिले में परम धाम ध्यान आश्रम स्थापित करने के संकल्प को लेकर गुरुजी स्वयं सक्रिय है.

राष्ट्र सेवा के लिए परम धाम ट्रस्ट के माध्यम से सादकी बॉर्डर (इंडो- पाक) फाजिल्का में 221 फीट उच्चा राष्ट्रीय झंडा लगाने का संकल्प किया है. इस कार्य की नीव रख दी गई है.  जल्द ही इसको पुरा कर लिया जायेगा! गुरु श्री राधेश्याम जी ने बताया कि-ध्यान योग से हम अपने अंदर शांति और समरसता का अनुभव करते है!  ध्यान योग से हमे आत्म ज्ञान प्राप्त तो होता ही है हम अपने भीतर की शक्तियों  को भी पहचान सकते हैं. गीता के परम रहस्य और जीवन को जीने के लिए धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की सरल, सुंदर व्याख्या करते हुए "परमधाम" आगे बढ़ता जा रहा है.

Input: Hari Kishor Sah