Delhi News: केशव नगर में डिमोलिशन की बड़ी कार्रवाई लगातार दो दिन से जारी है. डीडीए के अनुसार ये जमीनें डीडीए (DDA) के लैंड पूलिंग 2041 के मास्टर प्लान के तहत आती है. इस जमीन से कुछ सड़कें कुछ फ्लाईओवर निकाले जाने की योजना बताई जा रही है.
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Delhi News: बुराड़ी के केशव नगर इलाके में DDA द्वारा दूसरे दिन भी जबरदस्त कार्रवाई की गई. शुक्रवार को भी कई मकानों को धाराशाई किया गया. मकान तोड़े जाने के बाद लोग इस चिलचिलाती गर्मी में घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं. इस कार्रवाई के बाद लोग काफी परेशान हैं. बता दें, इससे पहले भी इस इलाके में कार्रवाई की गई थी.
लोगों ने लगाया आरोप
केशव नगर में डिमोलिशन की बड़ी कार्रवाई लगातार दो दिन से जारी है. जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि यह जमीन डीडीए (DDA) के लैंड पूलिंग 2041 के मास्टर प्लान के तहत आती है. इस जमीन से कुछ सड़कें कुछ फ्लाईओवर निकाले जाने की योजना बताई जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जिन किसानों से यहां रहने वाले लोगों ने यह जमीन खरीदी है, उन किसानों ने लैंड पूलिंग में अपनी इस जमीन को सम्मिट नहीं कराया तो लैंड पूलिंग योजना में यह जमीन कहां से आ गई.
कल भी हुई थी कार्रवाई
इस मामले में लोगों का कहना है कि यदि यहां पहले से DDA की लैंड पूलिंग की योजना थी तो यहां पर पहले से कोई होर्डिंग पोस्टर क्यों नहीं लगाए गए. 15 दिन पहले लोगों को DDA द्वारा जमीन खाली करने का नोटिस दिया गया था. डीडीए दफ्तर में जाकर अधिकारियों से भी इन लोगों ने मुलाकात की थी, लेकिन अधिकारियों के द्वारा डेमोलेशन न करने का आश्वासन देते हुए इन लोगों को वापस भेज दिया गया था, लेकिन गुरुवार की सुबह DDA का दस्ता बुराड़ी के केशव नगर इलाके में शुरू की गई. इसके साथ ही शुक्रवार की सुबह 6 बजे दिल्ली पुलिस , रैपिड एक्शन फोर्स, डीडीए के कई अधिकारी आधा दर्जन से ज्यादा JCB क्रेन समेत इलाके में पहुंचे और बड़ी मात्रा में डिमोलिशन की प्रक्रिया को शुरू किया गया. मकान , दुकानें , गोदामों को तोड़ दिया गया.
स्थानीय लोगों ने लगाया आरोप
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों का आरोप है कि साल 2017 से यहां रहते थे, लेकिन आज तक ऐसी कोई कार्रवाई करने की बात नहीं कही गई थी, लेकिन 15 दिन पहले अचानक डीडीए के लोगों ने आकर नोटिस चस्पाकर कार्रवाई की बात कही. आज घर तोड़ा जा चुका है. ऐसे में हम अपने बच्चे, समान लेकर कहां जाएं. इस घटना के बाद लोगों को रो रोकर बुरा हाल है.