आज ईडी की पूरी तैयारी थी कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाए: सौरभ भारद्वाज
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आज ईडी की पूरी तैयारी थी कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाए: सौरभ भारद्वाज

आज अरविंद केजरीवाल सबसे ईमानदार है. उनकी ईमानदारी के चलते दो राज्यो में आप की सरकार है. यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी पर बीजेपी सवाल खड़ा करना चाहती है. अगर ऐसे लोगो को जेल में बंद किया जायेगा तो लोकतंत्र और प्रजातंत्र कैसे बचेगा.

आज ईडी की पूरी तैयारी थी कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाए: सौरभ भारद्वाज

Arvind Kejriwal News: आज पूरे देश में चर्चा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्र सरकार गिरफ्तार करना चाहती है.  पिछले 2 साल से जांच चल रही लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला. पोस्टर लगाने वालो तक से पूछताछ की गई लेकिन कुछ नहीं मिला, लेकिन अब केंद्र सरकार चुनावी फायदे के लिए केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहती है. मै जानना चाहता हूं कि ये एजेंसियां किस तरह से जांच करती है. जो बीजेपी में शामिल हो जाता है उसके खिलाफ जांच बंद हो जाती है और जो बीजेपी में नहीं जाता उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है. अब सवाल ये है कि अगर जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है तो जो नेता बीजेपी में शामिल हो जाते है उनके खिलाफ जांच कैसे बंद हो जाती है.

आज अरविंद केजरीवाल सबसे ईमानदार है. उनकी ईमानदारी के चलते दो राज्यो में आप की सरकार है. यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी पर बीजेपी सवाल खड़ा करना चाहती है. अगर ऐसे लोगो को जेल में बंद किया जायेगा तो लोकतंत्र और प्रजातंत्र कैसे बचेगा. सौरभ भारद्वाज ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा कि मेरे पास पूरी जानकारी है कि आज ईडी की पूरी तैयारी थी कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाए, प्लान खुल गया इस लिए ईडी नहीं आई, लेकिन वो आगे आएगी.

क्या कभी ईडी ने कोर्ट में कहा कि हमने सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को लेकर कोर्ट में कहा कि हमने जब बुलाया तब ये आए, इसलिए इन्हे अभी जमानत दे दिया जाए. अगर ईडी और बीजेपी पूछताछ के लिए बुला रही है तो सवाल दे हम जबाव देंगे, लेकिन ईडी सवाल नहीं देगी क्योकि वो जानती है कि वो एक्सपोज हो जाएगी. उन्होंने मोहल्ला क्लीनिक की सीबीआई जांच सिफारिश को लेकर कहा की हमने पहले ही सवाल खड़े किए थे. डॉक्टरों की उपस्तिथि को लेकर भी सवाल उठे थे. डॉक्टर की अनुपस्थिति को लेकर हमने कार्यवाही की थी और शायद उसी से जुड़ा ये मामला है और जो मोबाइल नंबर जांच का आधार बना उसे चेक करने का काम अधिकारियों का है. अधिकारी कौन लाया अधिकारी किसके है, किसकी सुन रहे सब जानते है. हमने तो अधिकारियों पर कार्यवाही के लिए पहले ही कहा, लेकिन आप अधिकारियों पर कार्रवाई करते नहीं सिर्फ जांच की सिफारिश करते है 

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हमारी सुन कौन रहा है. कई बार हम तो सिफारिश कर चुके हैं. बहुत सरल भाषा में हम ईडी से पूछ चुके है अगर आपका इराादा पूछताछ करने का है, तो सवाल दे हम जबाव दे देंगे, लेकिन अगर मकसद कुछ और है तो बात अलग है. अगर बीजेपी कह रही है कि आप झूठ बोल रही है तो हमे ईडी प्रश्नावली दे हम जबाव दे देंगे और हमे झूठा साबित कर दे बीजेपी, लेकिन ऐसा है नहीं है उनका मकसद कुछ और है.

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