Delhi News: स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घटिया दवाओं की जगह पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करने पर नाराजगी जताते हुए सचिव (स्वास्थ्य) को घटिया दवाओं के स्थान पर शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.
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Delhi News: दिल्ली के अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीदी गई दवाओं में नियमों की अनदेखी और भ्रष्टाचार मामले में एक ओर जहां LG ने CBI जांच के आदेश दिए हैं. वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज भी लगातार एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. सौरभ भारद्वाज ने सचिव (स्वास्थ्य) को घटिया दवाओं के स्थान पर शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है, जिससे जनता को असुविधा न हो और मरीजों का इलाज जारी रहे.
एक्शन में स्वास्थ्य मंत्री
Delhi Health Minister Saurabh Bharadwaj directs the Secretary (Health) to make prompt alternative arrangements, in place of ‘substandard drugs’ so that the public is not inconvenienced and the treatment of patients is continued uninterrupted. pic.twitter.com/oLCKmn6v6N
— ANI (@ANI) December 24, 2023
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सचिव (स्वास्थ्य) को घटिया दवाओं के स्थान पर शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है, जिससे की मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो और उनका इलाज जारी रहे. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात पर भी नाराजगी व्यक्त जताई कि अस्पताल अधिकारियों ने तब कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है. एक लिखित पत्र में, मंत्री भारद्वाज ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा कि मरीजों को असुविधा होती है, क्योंकि उन्हें इन उपयोगी दवाओं को अपनी जेब से खरीदना पड़ता है. स्वास्थ्य मंत्री ने सचिव (स्वास्थ्य) को निर्देशित करते हुए, एक सप्ताह के भीतर डीजीएचएस और अस्पतालों द्वारा मानक गुणवत्ता की दवाओं की वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में जानकारी मांगी है. साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कि सीपीए और जीईएम के माध्यम से खरीदी गई दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं मानक गुणवत्ता की हैं, स्वास्थ्य मंत्री ने सचिव से 15 दिनों के भीतर सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक एसओपी डिजाइन करने को कहा है. इससे पहले, सतर्कता विभाग, जीएनसीटीडी ने सचिव (स्वास्थ्य) को उन 05 दवाओं को तुरंत हटाने का निर्देश दिया था, जो मानक गुणवत्ता की नहीं थीं.
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क्या है मामला
कपिल मिश्रा ने दिल्ली स्वास्थ्य विभाग में 'अवांछित दवाओं' की खरीद में 300 करोड़ रुपये का घोटाला का आरोप लगाया था. उस समय कपिल मिश्रा ने दावा किया था कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन इस घोटाले में शामिल हैं. साल 2017 में एसीबी ने इस मामले की जांच शुरू की, जिसके बाद एसीबी की सिफारिश पर एलजी ने अब इस पूरे मामले में सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी. आरोप है कि दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयों की खरीद में नियमों की अनदेखी और भ्रष्टाचार किया गया.
BJP का हमला
LG द्वारा जांच के आदेश देने के बाद BJP ने दिल्ली की AAP सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने रिपोर्ट के आधार पर इस बात का दावा किया कि दिल्ली की अस्पताल में दी जानें वाली दवाओं के सेंपल टेस्ट में फेल पाए गए हैं.
AAP की सफाई
वहीं इस पूरे मामले में AAP का कहना है कि LG के आदेश के पहले ही हेल्थ सेक्रेटरी को लेकर शिकायत की जा चुकी है और उसे हटाने की भी सिफारिश की जा चुकी है. स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के मुताबिक, खरीदी गई दवाइयों के ऑडिट के लिए 21 मार्च 2023 को निर्देश दिए और स्वास्थ्य सचिव से दिनांक 24 जुलाई 2023 को की गई कार्यवाही की रिपोर्ट मांगी थी.स्वास्थ्य सचिव की ओर से कोई जवाब नहीं दिए जाने पर हेल्थ सेकेट्री और डीजीएचएस को निलंबित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा एलजी को 23 अक्टूबर 2023 को सिफारिश की गई थी.