Vinesh Phogat: पहलवान विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उन महिला पहलवानों की सुरक्षा हटा दी है, जो WFI के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में गवाही देने वाली हैं. विनेश के अनुसार, सुरक्षा हटाने से गवाहों पर असर पड़ सकता है. दिल्ली पुलिस ने आरोप को खारिज करते हुए जांच की बात कही है.
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Delhi News: पहलवान विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उन महिला पहलवानों की सुरक्षा हटा दी है, जो दिल्ली की अदालत में चल रहे यौन उत्पीड़न मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ गवाही देने वाली हैं. विनेश का दावा है कि सुरक्षा हटाए जाने से इन पहलवानों की अदालत में सुरक्षित रूप से पेश होने और गवाही देने पर असर पड़ सकता है.
विनेश ने किया पोस्ट
विनेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, "दिल्ली पुलिस ने उन महिला पहलवानों की सुरक्षा वापस ले ली है, जो अदालत में बृज भूषण के खिलाफ गवाही देने जा रही हैं." हालांकि, दिल्ली पुलिस ने विनेश के आरोप का संज्ञान लेते हुए स्पष्ट किया कि "सुरक्षा वापस लेने का कोई आदेश नहीं दिया गया है. अगर सुरक्षाकर्मियों के पहुंचने में देरी हुई है, तो उसकी जांच की जा रही है."
CAS ने खारिज की अपील
पेरिस ओलंपिक से लौटने पर विनेश ने कहा कि डब्ल्यूएफआई के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी और उन्हें उम्मीद है कि "सत्य की जीत होगी". ओलंपिक में 50 किग्रा के फाइनल में अधिक वजन होने के कारण विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इस अयोग्यता के खिलाफ उनकी अपील को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने खारिज कर दिया.
किया था प्रदर्शन
यह मामला जनवरी 2023 में शुरू हुआ था, जब विनेश ने साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के साथ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें बृज भूषण पर यौन शोषण और धमकी का आरोप लगाया गया. उन्होंने बृज भूषण के इस्तीफे और WFI को भंग करने की मांग की. भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा को दी गई शिकायत ने एक जांच समिति के गठन को प्रेरित किया, जिसमें मैरी कॉम और योगेश्वर दत्त जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल थे. हालांकि, WFI ने अपने अध्यक्ष और कोचों पर लगे सभी आरोपों से इनकार किया.
चला था मुकदमा
बाद में खेल मंत्रालय ने हस्तक्षेप करते हुए WFI की सभी गतिविधियों को निलंबित कर दिया और सहायक सचिव विनोद तोमर को उनके पद से हटा दिया. मई 2024 में दिल्ली की एक अदालत ने औपचारिक रूप से बृज भूषण और विनोद तोमर के खिलाफ आरोप तय किए. दोनों ने आरोपों से इनकार किया, जिसके बाद मुकदमा चला. 10 मई के आदेश में, अदालत ने पूर्व WFI प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न और पांच महिला पहलवानों की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोपों को लेकर मुकदमे को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सबूत पाए.