Hand Foot Mouth Disease (HFMD) एक संक्रामक बीमारी है जो 10 साल से कम उम्र के बच्चों को अपनी चपेट में लेती है. दिल्ली में इस बीमारी के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके बाद स्कूलों की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है.
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Hand-Foot-Mouth Disease: राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी और मंकीपॉक्स के खतरे के बीच एक और बीमारी तेजी से फैल रही है, जिसे लेकर स्कूलों की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है. दरअसल Hand Foot Mouth Disease (HFMD) एक संक्रामक बीमारी है जो 10 साल से कम उम्र के बच्चों को अपनी चपेट में लेती है. दिल्ली में बच्चों में तेजी से ये बीमारी फैल रही है, जिसके बाद कुछ स्कूलों को में फिर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी गई है.
Hand Foot Mouth Disease (HFMD) क्या है?
HFMD, Coxsackievirus A16 नामक वायरस के कारण फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है, जो 10 साल से कम उम्र के बच्चों को अपनी चपेट में लेती है. इस बीमारी में उंगलियों, हथेलियों, पैर की उंगलियों और तलवों पर छोटे-छोटे दर्दनाक छाले हो जाते हैं. संक्रामक होने की वजह से छींकने, खांसने या किसी भी तरीके से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह बीमारी दूसरों को भी हो सकती है.
बीमारी के लक्षण
1. बुखार
2. सिरदर्द
3. भूख में कमी
4. हाथ-पैर में छाले
5. गला खराब होना
6. गले में अल्सर
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दिल्ली में तेजी से बढ़े मामले
राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ समय में HFMD के मामले तेजी से बढ़े हैं लेकिन अभी तक दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से इस बीमारी के बारे में कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है. HFMD के बढ़ते मामलों के बीच सबसे पहले चंडीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने इस पर एडवाइजरी जारी करते हुए स्कूलों को कुछ समय के लिए बंद किया था. अब दिल्ली में स्कूल प्रबंधन के द्वारा ही वेबसाइट पर एडवाइजरी जारी की जा रही है.
स्कूलों के द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में बताया गया है कि माता-पिता को बच्चों को स्कूल भेजने से पहले किन बातों को ध्यान रखना है. अगर किसी बच्चे को HFMD है तो उसे तब तक स्कूल न भेजें जब तक उसके शरीर के छाले या चकत्ते पूरी तरह से ठीक न हो जाएं. अगर किसी बच्चे को बुखार आ रही है तो स्कूल भेजने से पहले इस बात का ध्यान रखें की उसे बुखार पिछले 24 घंटे से न आया हो. साथ ही डॉक्टर की सलाह लें.