सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि इवनिंग और मॉर्निंग वॉक पर जाते समय अपने शरीर को ढककर रखें ताकि मच्छर न काट सकें. डेंगू से बचाव के लिए घरों के आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए, ताकि उसमे एडीज और एनाफिलीज लारवा उत्पन्न न हो.
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भिवानी : जिले में डेंगू मच्छर के डंक का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले दस दिन में डेंगू के 17 मरीज मिल चुके हैं. इसी के साथ इस मौसम में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 83 हो गई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की 141 टीमें एंटी लारवा अभियान और फीवर मास सर्वे में जुटी हैं. टीम ने डेंगू मच्छर का लारवा मिलने पर 1680 घरों में चेतावनी नोटिस जारी किया है.
मलेरिया की जांच के लिए अब तक 13783 ब्लड स्लाइड बनाई गई हैं, जिनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. मलेरिया संक्रमित मिला मरीज स्वस्थ हो चुका है. वहीं डेंगू की बात की जाए तो अन्य जिलों की अपेक्षा कम मरीज मिले हैं तथा इसकी रोकथाम के लिए तमाम स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध हैं.
नागरिक अस्पताल की ओपीडी में रोजाना डेंगू आशंकित मरीज फिजिशियन कक्ष में जांच करवाने के लिए पहुंच रहे हैं. इसमें से जिन मरीजों को डेंगू के लक्षण मिलते हैं, उनसे सैंपल लिए जा रहे हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी डेंगू और वायरल फीवर अपने पांव पसार रहा है. इसकी रोकथाम के लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह फॉगिंग भी करवाई गई.
बचने के लिए क्या करें
सीएमओ डॉ. शांडिल्य ने बताया कि हमें डेंगू से बचाव के लिए घरों के आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए, ताकि उसमे एडीज और एनाफिलीज लारवा उत्पन्न न हो.यही मच्छर पनपता है तो डेंगू का एक कारण बनता है. उन्होंने कहा कि 278 बड़े तालाबों में गम्बूजिया मछली भी छोड़ी गई है, जिससे एनाफिलीज और एडीज मच्छर न पनपे.
सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि इवनिंग और मॉर्निंग वॉक पर जाते समय अपने शरीर को ढककर रखें ताकि मच्छर न काट सकें. उन्होंने बताया कि एमसी व ग्राम पंचायत को फॉगिंग के लिए 165 लीटर एंटी लारवा दवाई डिस्ट्रीब्यूट की गई है. यदि और जरूरत पड़ती है तो 200 लीटर अतिरिक्त उपलब्ध हैं.
उन्होंने बताया कि भिवानी चौधरी बंसीलाल सामान्य अस्पताल में मरीजों के लिए तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं जैसे मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया. मच्छरदानी, मेडिसिन, रखरखाव व हर समय डॉक्टरों का स्टाफ भी उपलब्ध है.
वहीं डॉ. मोनिका ने बताया कि बुखार के प्रत्येक संदिग्ध मरीज की समय पर ब्लड स्लाइड बनाकर जांच की जा रही है. घरों के आसपास जमा पानी में लारवा नाशक दवाई का छिड़काव, काला तेल इत्यादि डलवाया जा रहा है।ताकि मच्छर न पनपे।उन्होंने कहा कि टीम द्वरा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।उन्होंने नागरिक अस्पताल में डेंगू कंट्रोल रूम बनाया है, जिसमें मरीज या आशंकित डेंगू संबंधित जानकारी ले सकता है।साथ ही अपने घरों के आसपास साफ सफाई रखने की सलाह भी उनके द्वरा ढ़ी गई है.
बाइट:-डॉ मोनिका