Anganwadi Workers ने CM के नाम पर सौंपा ज्ञापन, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1440869

Anganwadi Workers ने CM के नाम पर सौंपा ज्ञापन, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

हरियाणा के झज्जर में आंगनवाड़ी वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर सीएम के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है और साथ ही आंदोलन करने की चेतानवनी भी दी. 

Anganwadi Workers ने CM के नाम पर सौंपा ज्ञापन, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

नई दिल्ली: सरकार के खिलाफ एक बार फिर से आंगनवाड़ी वर्कर्स (Anganwadi Workers) के विरोध की आवाज उठने लगी है. सोमवार यानी 14 नवंबर को हरियाणा के झज्जर (Jhajjar) में जिलाभर की आंगनवाड़ी वर्कर्स ने इकट्ठा होकर धरना दिया. आंगनवाड़ी वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सीएम के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा. आंगनवाड़ी वर्कर्स ने सरकार पर उन्हें मानसिक तौर पर परेशान किए जाने का आरोप भी लगाया है. 

Anganwadi Workers को भेजनी होगी Live Location
आंगनवाड़ी वर्कर्स के इस धरने का नेतृत्व कर रहीं सीटू की जिला प्रधान बालेश जाखड़ ने बताया कि पहले सरकार द्वारा उन पर ऑनलाइन काम करने का दबाव बनाया गया था, उन्होंने जैसे-तैसे सीखकर ऑनलाइन काम करना भी शुरू कर दिया. अब सरकार की तरफ से एक नई फरमाइश जारी की गई है जिसमे उन्हें अपनी लाइव लोकेशन भेजने का एक ओर काम बढ़ा दिया गया.

ये भी पढ़ें: लव जेहाद का शिकार हुई मुंबई की श्रद्धा, आफताब ने 35 टुकड़े कर फेंका अलग-अलग जगहों पर

काम करने के लिए दी जाए ट्रेनिंग- Anganwadi Workers 
वर्कर्स ने कहा कि वह ऑनलाइन काम करने को तैयार है, लेकिन सरकार का भी फर्ज बनता है कि उन्हें मानसिक तौर पर परेशान तो न करे. उन्होंने कहा कि सरकार को ऑनलाइन काम कराने से पहले उन्हें ट्रेनिंग दी जानी चाहिए और स्मार्ट फोन दिए जाने चाहिए. साथ ही अपने पुराने मुद्दों को बताते हुए वह बोली कि महंगाई भत्ता, रसोई गैस सिलेंडर, केन्द्र का किराया और डै्रस का पैसा अभी तक भी नहीं दिया गया.

Anganwadi Workers ने सरकार को दी चेतावनी 
इसके अलावा वर्कर्स की सरकार से मांग है कि सरकार द्वारा हटाए गए कर्मचारियों को तुरन्त बहाल किया जाए और रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्ती की जाए. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को जल्द ही पूरा नहीं किया तो दिसंबर में उन्हें एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा.