हरियाणा में 20 साल बाद कुश्ती की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होने जा रही है. यह प्रतियोगिता 24 अगस्त से 26 अगस्त तक महर्षि दयानंद विद्यालय में आयोजित होगी. यह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता अंडर 20 और अंडर 15 फेडरेशन कप के लिए होगी.
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राज टाकिया/रोहतक: हरियाणा कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित प्रधान रोहताश सिंह नांदल ने माना है कि खेलों में काफी समय से भाई-भतीजावाद होता रहा है, लेकिन हरियाणा कुश्ती संघ के लिए अभी हाल ही में उनका निर्वाचन हुआ है और वह कोशिश करेंगे की आगे ऐसा न हो. वह महर्षि दयानंद विद्यालय के फैकल्टी हाउस में पत्रकार वार्ता में जानकारी दे रहे थे. उन्होंने बताया कि 20 साल के अंतराल के बाद हरियाणा में कुश्ती की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होने जा रही है. जो भारतीय कुश्ती संघ के तत्वावधान में 24 अगस्त से 26 अगस्त तक महर्षि दयानंद विद्यालय में आयोजित की जाएगी. यह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता अंडर 20 और अंडर 15 फेडरेशन कप के लिए होगी, जिसमें लगभग 600 पहलवान विभिन्न राज्यों से लड़के और लड़कियां भाग लेंगे. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की ओर से खिलाड़ियों के खानपान और रहन-सहन का विशेष ध्यान रखा जाएगा.
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हरियाणा कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित प्रधान रोहताश सिंह नांदल ने बताया कि भारतीय कुश्ती संघ के तत्वाधान में रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में अंडर-20 और अंडर-15 के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता 20 साल के अंतराल पर आयोजित की जा रही है, जो 24 से 26 अगस्त तक आयोजित की जाएगी. इस प्रतियोगिता में पूरे देश से लगभग 600 कुश्ती के खिलाड़ी लड़के और लड़कियां भाग लेंगे. एक सवाल के जवाब में रोहताश सिंह नांदल ने माना कि खेलों में काफी समय से भाई भतीजावाद का चलन है. उन्होंने कहा कि वह सरकार से गुहार लगाएंगे कि खिलाड़ियों को ग्रामीण स्तर पर वह सुविधाएं दी जाए जो बड़े-बड़े शहरों में दी जाती है, क्योंकि ग्रामीण स्तर से ही ज्यादा खिलाड़ी निकल पाते हैं. प्रतियोगिता के शुभारंभ में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे.
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के खेल विभाग के निदेशक देवेंद्र सिंह ढुल ने बताया कि हरियाणा कुश्ती संघ के आग्रह पर प्रतियोगिता का आयोजन महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में किया जा रहा है, जिसके चलते उनका दायित्व बनता है कि वह भाग लेने वाले खिलाड़ियों के खानपान और रहन-सहन के लिए विशेष ध्यान रखेंगे. साथ ही कुश्ती संघ को विश्व विद्यालय की तरफ से पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाया जाएगा.