दिल्ली में गंदी पानी को लेकर एलज और दिल्ली सरकार में तकरार चल रही है. वहीं हमारी ज़ी मीडिया की टीम ने इस बात की तह तक जानें के लिए ग्राउंड जीरो पर गई, जहां उसने देखा कि पानीपत से ड्रेन 2 का गंदा पानी यमुना नदी में मिल रहा है.
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राकेश भयाना/पानीपत: दिल्ली में गंदे पानी का परेशानी को लेकर दिल्ली जल बोर्ड मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एलजी वीके सक्सेना के पत्र का जवाब देते हुए कहा था कि पानीपत से यमुना के रास्ते इंडस्ट्रियल वेस्ट का रसायन युक्त पानी दिल्ली में आ रहा है, जिसके कारण दिल्ली को स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है. वहीं इस पर हमारी ज़ी मीडिया की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची तो देखा कि पानीपत से ड्रेन 2 का गंदा पानी यमुना नदी में मिल रहा है.
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दिल्ली जल बोर्ड मंत्री सौरभ भारद्वाज के अनुसार दिल्ली में हरियाणा की वजह से गंदा पानी आ रहा है, जिसकी जांच पड़ताल के लिए ज़ी मीडिया की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची. यहां उन्होंने देखा कि खोजकीपुर गांव के पास पानीपत से ड्रेन 2 का गंदा पानी यमुना नदी में मिल रहा है, जो यमुना के रास्ते हुए दिल्ली में प्रवेश करता है.
वहीं यमुना नदी के किनारे बसे किसानों ने बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षों से यह रसायन युक्त पानी यमुना में आकर मिलता है और दिल्ली चला जाता है. उन्होंने बताया कि इस गंदे पानी से गांव में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां भी हो रही हैं. किसानों का कहना था कि आज तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है. उन्होंने बताया जब यमुना उफान पर होती है तब भी यह रसायनयुक्त पानी यमुना में मिल जाता है.
इस मामले पर करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया से बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि इसकी मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन यदि रसायनयुक्त पानी यमुना में मिलता है तो इसकी पूरी जांच होनी चाहिए.
बता दें कि पानीपत का सारा गंदा पानी ड्रेन 1 में जाता है और यही ड्रेन 2 में जाकर मिलता है यानी ड्रेन 1 का गंदा पानी ड्रेन 2 में जाता है. यही आगे जाकर यमुना में समाहित हो जाता है.