Haryana Assembly Election: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए सुगबुगाहट तेज हो गई है. इसी कड़ी में आज भिवानी में ब्राह्मण समुदाय की महापंचायत ने 20 सीटों की मांग की. ब्राह्मण समुदाय ने कहा कि हमारे समाज के उम्मीदवारों को जो भी राजनीतिक पार्टी टिकट नहीं देगी, हम उसका बहिष्कार करेंगे. इस दौरान महापंचायत में कई महत्वपूर्ण ऐलान किए गए.
Trending Photos
Haryana Vidhansabha Chunav 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है. इसी सिलसिले में आज भिवानी के परशुराम मंदिर में ब्राह्मण समाज की प्रदेश स्तरीय महापंचायत का आयोजन किया गया. इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर दावेदारी की गई. इस महापंचायत में ब्राह्मण एकता का आह्वान किया गया. बैठक में ये फैसला लिया गया कि विधानसभा चुनाव में जो पार्टी ब्राह्मण समाज को टिकट देगी उसका समर्थन किया जाएगा
16 सितंबर को करेंगे बहिष्कार
ब्राह्मण समुदाय ने घोषणा की कि अगर हमारे समुदाय को टिकट नहीं मिलता है तो हम 16 सितंबर को बैठक कर उस पार्टी का बहिष्कार करने की रणनीति बनाएंगे. इसके अलावा उम्होंने अपनी पांच मुख्य मांगें बताईं, जिनमें ईबीपीजी या आर्थिक आरक्षण और भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को भारत रत्न की मांग की गई. उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रीय पार्टियां हमारी मुख्य मांगों पर विचार नहीं करती हैं तो हम अपना उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे.
ये भी पढ़िए: Delhi: प्रदूषण सबके सहयोग से कम हो सकता है विरोध से नहीं: गोपाल राय
'सरकार बनाने के लिए सूत्रधार होंगे ब्राह्मण'
इस दौरान कुछ सदस्यों ने कहा कि इस बार ब्राह्मण ही सरकार बनाने के सूत्रधार होंगे. आज ब्राह्मण समाज के लोगों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया है. ब्राह्मण समाज ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर ब्राह्मणों को एकत्रित किया है. खाप ने ब्राह्मणों को अधिक से अधिक टिकट दिलाने के लिए यह ऐतिहासिक आह्वान किया है. ताकि हमारी हमें हमारी उचित हिस्सेदारी मिल सके.
नहीं मिल रही बराबर की हिस्सेदारी
इस दौरान कहा गया कि अब समय आ गया है कि ब्राह्मण अपनी ताकत दिखाएं. ब्राह्मण समाज ने बहुत कुछ सहा है. आज हमारे बच्चे पिछड़ रहे हैं. ऐसे में सिर्फ सामाजिक होने से काम नहीं चलेगा. राजनीतिक भागीदारी बहुत अहम है. पुरानी मांगों को पूरा किया जाएगा. हरियाणा में ब्राह्मण समाज की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी है, लेकिन जब भी चुनाव आते हैं तो ब्राह्मणों को उनकी हिस्सेदारी के हिसाब से सीटों पर हिस्सेदारी नहीं दी जाती. इस वजह से ब्राह्मण राजनीतिक रूप से पिछड़ रहे हैं.
INPUT- Naveen Sharma