IIT Baba Abhay Singh News: IIT बाबा के नाम से प्रख्यात हुए अभय के सत्य और अंतरात्मा की आवाज से देश के बड़े-बड़े मठाधीशों का सिंघासन हिलने लगा है. यही वजह है कि अब उसकी जान को भी खतरा पैदा हो गया है.
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Haryana IIT Baba Abhay Singh News: प्रयागराज में आईआईटियन बाबा (IIT Baba) के नाम से मशहूर हुए अभय सिंह (IIT Baba Abhay Singh) के समर्थन में अब हरियाणा जिले झज्जर की धनखड़ खाप भी उतर आई है. बता दें कि अभय सिंह उर्फ आईआईटियन बाबा झज्जर के रहने वाले हैं. धनखड़ खाप के प्रधान डॉ. ओमप्रकाश धनखड़ ने अभय के अध्यातम का रास्ता अपनाने का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि अब तक जो भी विडियो आए हैं, उन सभी को उन्होंने बड़ी ही बारीकि से देखा है और समझा हैं.
धनखड़ खाप के प्रधान डॉ. ओमप्रकाश धनखड़ के अनुसार, IIT बाबा के मुख से जो भी वाक्य निकल रहे हैं, वह उनकी अंतरात्मा की आवाज है. अभय जो कुछ भी कह रहा है, वह स्वयं नहीं कह रहा है, बल्कि उनसे कोई आंतरिक शक्ति ही कहलवा रही है. IIT बाबा के नाम से प्रख्यात हुए अभय के सत्य और अंतरात्मा की आवाज से देश के बड़े-बड़े मठाधीशों का सिंघासन हिलने लगा है. यही वजह है कि अब उसकी जान को भी खतरा पैदा हो गया है. कारण कि देश में भ्रांति फैला रहे कई मठाधीश नहीं चाहते कि अभय आमजन को सत्य का रास्ता दिखाए.
डॉ. धनखड़ ने अभय की जान को खतरा बताते हुए केन्द्रीय सरकार से उसे जेड प्लस की सुरक्षा देने की मांग भी की. अभय द्वारा कई विडियो में अपने माता-पिता व घर के माहौल को लेकर जो जिक्र किया गया है, उसके बारे में डॉ. ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि अभय जो कुछ कह रहे हैं, वह सत्य है. यह अभय नहीं बल्कि कोई ओर शक्ति ही बोल रही है. उन्होंने कहा कि शिव ही शक्ति है, इस कथन को अभय ने साबित कर दिया है. कनाड़ा में रह रही अभय की बहन का सहयोग भी अभय को इस बारे में मिला है.
अभय के सांसारिक जीवन में वापिस लौटने के सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि अभय का इस जीवन में वापिस लौटना अब नामुमकिन लग रहा है. उन्होंने कहा कि वह नहीं मानते कि अभय को प्यार में धोखा मिला, उसकी वजह से ही ऐसा हुआ. मेरे हिसाब से तो अभय का प्यार केवल और केवल उसकी दोस्ती तक ही सीमित था. महाकुंभ को लेकर जाट समुदाय और खापों के नजरिये को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए डॉ. ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि यह एक प्राचीन परंपरा है और यहां पर सभी को मिल बैठकर समाज के हित के लिए शोध करना चाहिए.
Input: सुमित कुमार