Delhi Assembly Elections: कुछ जगहों पर आंशिक छुट्टी होगी तो कुछ जगहों पर पूरी तरह अवकाश रहेगा. सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे, ऐसा जरूरी नहीं है. अगर कोई निजी स्कूल या कॉलेज मतदान केंद्र नहीं बना है, तो वह अपने फैसले के अनुसार खुल सकता है. कुछ संस्थान आधे दिन की छुट्टी दे सकते हैं या ऑनलाइन कक्षाएं चला सकते हैं.
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School College : दिल्ली में 5 फरवरी 2025 को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरम है. चुनावी तैयारियों के बीच छात्रों और अभिभावकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव के दिन स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे या बंद रहेंगे. खासकर उन छात्रों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है, जिनकी परीक्षाएं नजदीक हैं या जो किसी महत्वपूर्ण अकादमिक गतिविधि में शामिल होने वाले हैं. इस संदर्भ में चुनाव आयोग और शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों को समझना जरूरी है.
चुनाव के दिन स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद?
भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) के दिशा-निर्देशों के अनुसार चुनाव के दिन सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ सरकारी शिक्षण संस्थानों को बंद रखा जाएगा. इसका उद्देश्य यह है कि कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने का पूरा अवसर मिल सके. इसके अलावा दिल्ली चुनाव आयोग के अनुसार कई स्कूलों और कॉलेजों को मतदान केंद्र के रूप में उपयोग किया जाता है, जिसके चलते वहां शिक्षण कार्य संभव नहीं होता. साथ ही चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कुछ संस्थानों को मतदान से एक दिन पहले भी बंद किया जा सकता है. उदाहरण के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के स्कूल सेक्शन को 4 और 5 फरवरी को अवकाश घोषित किया गया है. यह फैसला इस आधार पर लिया गया है कि वहां चुनाव संबंधी तैयारियां समय पर पूरी की जा सकें.
कहीं आंशिक तो कहीं पूरी तरह अवकाश
हालांकि, यह जरूरी नहीं कि हर शिक्षण संस्थान बंद रहेगा. निजी स्कूल और कॉलेज अपने आंतरिक निर्णय के आधार पर खुले रह सकते हैं, बशर्ते कि वे मतदान केंद्र के रूप में नामित न किए गए हों. कई ऐसे संस्थान भी हैं, जहां आधे दिन की छुट्टी या ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का फैसला लिया जा सकता है. साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) जैसे बड़े शैक्षणिक संस्थान अपने परिसरों में मतदान केंद्र बनाए जाने की स्थिति में ही अवकाश देंगे. इसके अलावा, चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि यदि कोई निजी संस्थान अपने कर्मचारियों को मतदान के लिए छुट्टी नहीं देता है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
चुनाव जागरूकता के लिए स्कूलों की भूमिका
दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के जिला चुनाव अधिकारी कार्यालय ने चुनावी जागरूकता बढ़ाने के लिए 3 फरवरी को ‘प्रभात रैली’ आयोजित करने का निर्देश दिया है. इस रैली में विभिन्न स्कूलों के छात्र हिस्सा लेंगे और लोगों को मतदान के महत्व के बारे में जागरूक करेंगे. इस प्रकार, दिल्ली चुनाव 2025 के दौरान स्कूल और कॉलेज न केवल मतदान केंद्र के रूप में काम करेंगे, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में छात्रों की भागीदारी भी सुनिश्चित करेंगे. वहीं, छात्रों और अभिभावकों को इस विषय में अपने-अपने स्कूलों से समय पर जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी जाती है.
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