Haryana Nikay Chunav: ओह! तो ये लोग थे हरियाणा-दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन के 'असली दुश्मन', उदयभान ने उठाई ये मांग
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Haryana Nikay Chunav: ओह! तो ये लोग थे हरियाणा-दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन के 'असली दुश्मन', उदयभान ने उठाई ये मांग

Haryana Mayor Election 2025: दिल्ली चुनाव के परिणाम देखने के बाद हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने निकाय चुनाव में बैलेट पेपर से वोटिंग कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ईवीएम से निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते.

Haryana Nikay Chunav: ओह! तो ये लोग थे हरियाणा-दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन के 'असली दुश्मन', उदयभान ने उठाई ये मांग

Haryana NIkay Chunav: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार जाने के बाद  AAP और कांग्रेस के नेता हरियाणा और दिल्ली चुनाव में गठबंधन न होने का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ने लगे हैं. वहीं हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस साथ मिलाकर चुनाव लड़ते तो AAP की ही सरकार बनती. इधर हरियाणा चुनाव के बाद एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा गरमाने लगा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के निकाय चुनाव ईवीएम से नहीं, बल्कि बैलेट पेपर से होने चाहिए. इधर हरियाणा के सीएम नायब सिंह ने दावा किया कि निकाय चुनाव में बीजेपी जीतेगी और ट्रिपल इंजन सरकार विकास के लिए काम करेगी. 

हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि हम चाहते हैं कि चुनाव पार्दर्शिता के साथ हो.  इसलिए हम बैलेट पेपर से चुनाव की मांग उठा रहे हैं उन्होंने कहा कि ईवीएम से निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते. ईवीएम को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में कई मामले भी लंबित है. ऐसे में ईवीएम से चुनाव नहीं होने चाहिए. उन्होंने पूछा कि उत्तराखंड में भी बैलेट पेपर से चुनाव हुए तो हरियाणा में क्यों नहीं हो सकते. 

कांग्रेस AAP के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती थी 
दिल्ली चुनाव से जुड़े एक सवाल पर उदयभान ने कहा कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत आप के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन आम आदमी पार्टी ने पहले ही सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया. अगर दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़तीं तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती.  

अनुराग ढांडा की जिद से नहीं हो पाया था गठबंधन 
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने ऐसा ही हरियाणा में किया था. हम हरियाणा विधानसभा चुनाव में आप के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन अनुराग ढांडा की जिद की वजह से दोनों पार्टियां एक साथ चुनाव नहीं लड़ पाईं  नहीं तो हरियाणा में चुनाव परिणाम अलग होते. दरअसल दिल्ली में कांग्रेस के साथ नहीं आने के बाद इंडिया ब्लॉक से जुड़े दलों ने आप आदमी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी और राहुल गांधी अलग-थलग पड़ते दिखाई दिए थे. आप संयोजक ने गठबंधन नहीं होने का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ दिया था. 

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को ही मिलेगा हेलीकॉप्टर 
इधर राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के अनुरोध पर हरियाणा चुनाव आयोग ने फैसला लिया है कि निकाय चुनाव में कोई अन्य उम्मीदवार 'हेलीकॉप्टर' का चुनाव चिह्न नहीं ले पाएगा. दरअसल पार्टी ने दावा किया था कि पार्टी के बिहार से 5 सांसद, नगालैंड में 2 विधायक और झारखंड में एक विधायक है.  इन राज्यों में पार्टी को राज्यस्तरीय मान्यता मिली हुई है. चुनाव आयोग ने इन्हें हेलीकॉप्टर चुनाव चिन्ह दिया था. इसलिए हरियाणा के मेयर चुनावों में पार्टी प्रत्याशियों को हेलीकॉप्टर चुनाव चिह्न दिया जाए. हरियाणा में मेयर इलेक्शन 2 मार्च को हो जाएंगे और 12 मार्च को रिजल्ट आ जाएगा.