MCD Budget 2023: दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने एमसीडी का बजट पेश होने से पहले आज सिविक सेंटर में डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल और नेता सदन मुकेश गोयल के साथ महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.
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Delhi MCD Budget 2023: दिल्ली नगर निगम की सरकार इस बार एमसीडी में जनता का बजट लेकर आएगी. इसके लिए दो माह तक दिल्ली वासियों के साथ संवाद-बैठकें की जाएंगीं. सदन में 9 दिसंबर को अधिकारियों का बजट रखा जाएगा, लेकिन अंतिम मुहर जनता के बजट पर लगाई जाएगी. जनता के साथ किए जाने संवाद में जो दिल्लीवासी दिल से चाहेंगे उस बजट को ही सदन में पास किया जाएगा. मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि दिल्लीवासी मेल आईडी के जरिए भी अपना फीडबैक दे सकते हैं. निगम इतिहास में पहली बार दिल्ली की जनता बजट पर अपनी मुहर लगाएगी. डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल ने कहा कि दिल्ली दिल वालों की है और 'आप' सरकार दिल वाला बजट पेश करेगी.
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने एमसीडी का बजट पेश होने से पहले आज सिविक सेंटर में डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल और नेता सदन मुकेश गोयल के साथ महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि कल पेश होने वाला बजट निगमायुक्त एवं अधिकारियों का बजट है, जिसके बाद इस बजट पर डेढ़ से दो महीने तक सदन में चर्चा की जाएगी, जिसके बाद बजट को पारित किया जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में निगम में पढ़ी-लिखी सरकार आई है जो कि पारदर्शी तरीके से बजट को पास करने की दिशा में आगे बढ़ेगी. निगम इतिहास में पहली बार दिल्ली वासियों, एसोसिएशनों, युवाओं, छात्रों के साथ चर्चा करके बजट को पारित किया जाएगा. हमारे सभी पार्षद दिल्ली के 360 शहरीकृत गांवों के प्रधानों के साथ बैठक करेंगे और पारदर्शी तरीके से बजट पास किया जाएगा.
मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि इस बार निगम इतिहास में पहली बार दिल्ली की जनता निगम के बजट पर अपनी मुहर लगाएगी. आगामी दो महीने तक सभी लोगों से चर्चा करते हुए बजट पेश किया जाएगा. आम आदमी पार्टी सामुदायिक प्रतिभागिता में विश्वास रखती है. ऐसे में लोग बजट को लेकर अपना फीडबैक ईमेल आईडी budgetfeedback.mcd2425@gmail.com पर भी दे सकते हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि बजट की प्रत्येक मद जैसे अस्पताल, पार्कों, स्कूलों और साफ सफाई इत्यादि पर जनता की सहमति के पश्चात ही मुहर लगनी चाहिए. ऐसे में कल पेश होने वाला बजट दिल्ली नगर निगम के आयुक्त एवं अधिकारियों द्वारा तैयार किया हुआ बजट है. आप पार्टी दिल्ली की जनता के साथ बातचीत कर उनकी सहमति से अपना बजट पेश करेगी.
नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा कि पहले निगमायुक्त स्थाई समिति में बजट पेश करते थे. इसके बाद बजट पर वार्ड कमिटियों में चर्चा होती थी, जिसमे क्षेत्र के सभी पार्षद भाग लेकर अपने विचार रखते थे. इसके बाद कमेटी जैसे वर्क्स, शिक्षा आदि अपना बजट रखते थे. इसके बाद बजट पर सदन में चर्चा होने के पश्चात इसे पारित किया जाता था, लेकिन वर्तमान में निगम में स्थाई समिति न होने के कारण बजट सदन में रखा जाएगा. इस बार विभिन्न कमिटियों का निर्माण न होने की सूरत में अरविंद केजरीवाल की सोच के अनुसार बजट का निर्माण जनता की राय से होगा. आम आदमी पार्टी की मंशा है कि दिल्ली की जनता पर कम से कम करों का बोझ डालते हुए अधिक से अधिक सुविधा देने वाला बजट पेश किया जाए.
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों के बीच जाकर आप पार्टी 100 से 150 बैठकों का आयोजन कर बजट तैयार करेगी. आप पार्टी द्वारा प्रस्तुत बजट दिल्ली की जनता का बजट होगा. आम आदमी पार्टी जनता को साफ सफाई,अच्छी एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित अस्पताल,कॉलोनियों में हरे भरे पार्क, अच्छे विद्यालय जैसी सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है.
डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद इस साल दिल्ली नगर निगम का पहला बजट कल 9 दिसंबर को पेश होने जा रहा है, लेकिन यह कमिश्नर और अधिकारियों का बजट है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और हम सभी का मानना है कि जब से आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में सत्ता की कमान संभाली है, तब से एक ऐतिहासिक बजट विधानसभा में पेश किया जा रहा है. इसी प्रकार दिल्ली नगर निगम में भी पहली बार ऐसा बजट आप सरकार लाना चाहती है. इससे पहले जो बजट प्रस्तुत होता था वह एक थोपा हुआ बजट होता था और दिल्ली की जनता से कोई राय भी नहीं ली जाती थी, लेकिन अब हम दिल्ली नगर निगम में ऐसा बजट लाना चाहते हैं जो दिल्ली की जनता का बजट होगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और दिल्ली दिलवालों की है. इसलिए यह बजट सही मायनों में दिल्ली का बजट होगा. क्योंकि इसमें दिल्लीवासियों की राय शामिल होगी. आम जनता, आरडब्ल्यूए, मार्केट एसोसिएशन दिल्ली के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों से चर्चा के बाद और दिल्ली के हर जिम्मेदार व्यक्ति से चर्चा करने के पश्चात इस बजट में दिल्ली की आवाज होगी. बजट प्रस्तुत होने के बाद सदन के सभी पार्षदों चाहे वह सत्ता पक्ष हो या विपक्ष हो खुली चर्चा करने के बाद सभी की राय को बजट में शामिल किया जाएगा. दो महीने बजट पर चर्चा के दौरान सभी वार्डों के पार्षद इस प्रक्रिया में भाग लेंगे और बजट पर खुल कर चर्चा करेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की जनता को थोपा हुआ बजट न देकर उनके दिल का बजट दिल्ली की जनता को देंगे.