Noida News: नए नोएडा के विकास के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज किया गया है. यह कदम इस महीने नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच होने वाली बैठक के बाद उठाया गया है.
Trending Photos
New Noida: नए नोएडा के विकास के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज किया गया है. यह कदम इस महीने नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच होने वाली बैठक के बाद उठाया गया है. प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि अगले एक महीने में मुआवजा दर तय कर अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. यह जानकारी इस क्षेत्र के विकास में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण है.
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया की जाएगी शुरू
बुधवार को नए नोएडा के करीब 20 गांवों के प्रधानों ने नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम से मुलाकात की. इन प्रधानों ने सीईओ से भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को जल्द शुरू करने की अपील की. ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के गांवों के प्रधानों की यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इससे स्थानीय किसानों की चिंताओं को समझने और समाधान निकालने में मदद मिलेगी.
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और जीटी रोड के संगम स्थल से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसमें जोखाबाद, सांवली समेत अन्य गांव शामिल हैं. यह स्थान विकास के लिए महत्वपूर्ण है और यहां से भूमि अधिग्रहण करके नए नोएडा के लिए आधारभूत संरचना तैयार की जाएगी.
ये भी पढ़ें: दिल्ली चुनाव में लोगों को घर बैठे पता चलेगा, आपके बूथ पर कितनी लंबी है लाइन
किया जाना है नए नोएडा में लैंड बैंक का विकास
अधिकारियों ने कहा कि जोखाबाद और सांवली के पास प्राधिकरण का अस्थाई कार्यालय स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है. इसके लिए लगभग दो हजार वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता होगी. यह कार्यालय स्थानीय प्रशासन और किसानों के बीच संवाद को बढ़ावा देने में सहायक होगा. सीईओ ने प्रशासनिक अधिकारियों से नए नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में एलएमसी की भूमि की सूची मांगी है. यह कदम प्राकृतिक पोखरों और तालाबों के संरक्षण के लिए उठाया गया है. नए नोएडा में लैंड बैंक का विकास किया जाना है, जिससे प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा की जा सके.
अधिकारियों ने बताया कि 80 अधिसूचित गांवों में अवैध निर्माण पर तुरंत रोक लगाने की आवश्यकता है. नए नोएडा का मास्टर प्लान 209.11 वर्ग किलोमीटर में विकसित किया जाएगा, जिसमें चार चरणों में कार्य किया जाएगा. यह चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन इसे समय पर पूरा करना आवश्यक है. डॉ. लोकेश एम ने बताया कि पहले चरण में भूमि किसानों से आपसी सहमति पर ली जाएगी. मुआवजा दर पर चर्चा की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. अगले चरण में एक और बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मुआवजा दर को अंतिम रूप दिया जाएगा. पहले चरण में 15 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. नए नोएडा को 80 गांवों की भूमि पर विकसित किया जाएगा. प्रत्येक गांव में लगभग 200 किसान परिवार हैं, जिससे कुल 16,000 किसान परिवार प्रभावित होंगे. पहले चरण में 3165 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है.