पानीपत में एक पंखा और दो एलईडी बल्ब वाले घर का तीन साल का बिल बिल 22 लाख रुपये भेज दिया गया, जिसके बाद विरोध दर्ज करने के लिए महिला बिजली विभाग के दफ्तर पहुंच गई.
Trending Photos
राकेश भयाना/पानीपत : हरियाणा प्रदेश की जनता बिजली निगम की ओर से भेजे गए बिजली बिलों से काफी परेशान रहती है. बिजली निगम लोक अदालतों के जरिये समस्या का समाधान भी करती है, लेकिन हाल ही में पानीपत बिजली निगम का ऐसा कारनामा सामने आया कि सभी हैरान हो गए. निगम ने बुजुर्ग महिला के एक पंखे और दो बल्ब वाले घर का 3 साल का बिल 22 लाख रुपये भेज दिया. इसके बाद तो जैसे बुजुर्ग महिला का दिमाग भन्ना गया. उन्होंने बिजली निगम कार्यालय में ढोल बजाकर विरोध जताया.
ये भी पढ़ें : Military Literature Festival: जमीन से ऊपर और अंदर दुश्मन के हर हमले को नाकाम करेगा अर्जुन टैंक
संत नगर की रहने वाली 65 वर्षीय विधवा सुमन 22 लाख रुपये का बिजली का बिल लेकर बिजली निगम कार्यालय पहुंच गई. यह देख वहां भीड़ जमा हो गई. महिला का कहना है कि 60 गज के मकान में 2 किलोवाट लोड वाला बिजली कनेक्शन है, जिसका 2019 में लगभग 12 लाख रुपये का बिजली बिल भेज दिया गया था. उसे ठीक करवाने के लिए बिजली निगम के चक्कर लगाने पड़े थे.
एक बार फिर बिजली निगम ने नया कारनामा कर दिया. महिला का कहना है कि इस साल मई में उन्हें 21 लाख 89 हजार रुपये का बिजली बिल भेजा गया. इसके लगातार निगम ब्याज लगाकर बिल भेजता रहा. सुमन समाजसेवी संस्थाओं के साथ ढोल वाले को साथ लेकर गोहाना रोड स्थित पावर हाउस पहुंच गईं.
ये भी पढ़ें : छेड़छाड़ के केस में एचसीएस अधिकारी को फंसाने की साजिश का पर्दाफाश, कॉल रिकॉर्डिंग लीक
बुजुर्ग महिला ने विरोध जताते हुए कहा कि वह बिल भरने में असमर्थ है और 60 गज का घर हरियाणा सरकार के नाम करना चाहती हूं. सुमन ने आरोप लगाया कि सुनवाई नहीं हो रही. उन्होंने बताया कि 3 बार बिजली कनेक्शन काटने की धमकी देकर 80 हजार रुपये जमा करा लिए. वह फैक्ट्री में काम करती है, जैसे-तैसे उधार लेकर बिल भरा. सोमवार को फिर घर कनेक्शन काटने के लिए बिजली कर्मचारी घर पहुंच गए.
29 नवंबर को प्रदर्शन के बाद उपायुक्त सुशील सारवान के संज्ञान में मामला आया तो बिल को ठीक करवाया गया. कुल बिल लगभग 38 हजार निश्चित किया गया. इधर बिजली निगम के एसडीओ नरेंद्र ने बताया कि बिजली का बिल देखकर ही बताया जा सकता है कि ठीक होगा या नहीं, लेकिन यह बिल हमारे क्षेत्र में नहीं आता. कुछ लोग राजनीतिक रूप से फायदा उठाने में लगे हुए हैं.