Basant Panchami 2025: शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए बसंत पंचमी का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन शादी-विवाह, नामकरण, गृह-प्रवेश जैसे काम करना शुभ माना जाता है. ऐसी भी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन शादी करने वाले जोड़ों को देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन मां पार्वती और भगवान शंकर का तिलक हुआ था, इसलिए शादी विवाह के कार्यक्रम के लिए यह दिन शुभ होता है. इसके साथ ही इस दिन मां सरस्वती का भी जन्म हुआ था.
Basant Panchami 2025: ऐसी भी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन शादी करने वाले जोड़ों को देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन मां पार्वती और भगवान शंकर का तिलक हुआ था, इसलिए शादी विवाह के कार्यक्रम के लिए यह दिन शुभ होता है. इसके साथ ही इस दिन मां सरस्वती का भी जन्म हुआ था.
Basant Panchami Katha: पौणालिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान ब्रह्मा ने माता सरस्वती की रचना की थी, जिसके चार हाथ थे. एक हाथ में वीणा, एक में पुस्तक, एक में माला और चौथा हाथ वर मुद्रा में था. इस दिन से ही बसंत पंचनी के दिन मां सरस्वकी की पूजा की जाने लगी.
Saraswati Puja 2025: भगवान ब्रह्मा ने मां सरस्वती को वीणा बजाने के लिए कहा था, जिसके बाद संसार में सभी चीजों में स्वर आ गया. इसलिए मां सरस्वती को वाणी की देवी कहा जाने लगा.
Basant Panchami 2025 Date: बसंत पंचमी के तारीख को लेकर भक्तों में भ्रम की स्थिति देखी जा रही है, जिसको देखते हुए कल्काजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बसंत पंचमी के सही तारीख को बताया है. उन्होंने कहा कि इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी.
Basant Panchami Puja Muhurat: 2 फरवरी सुबह 9:14 से लेकर 3 फरवरी सुबह 6:52 तक रहेगी. 2 फरवरी को ही बसंत पंचमी मनाई जाएगी, क्योंकि सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक बसंत की पूर्ण तिथि है, इसलिए इस दिन ही बसंत पंचमी और माता सरस्वती का पूजन किया जाएगा.
Basant Panchami Puja Vidhi: सरस्वती पूजा में पीले रंग के फूल अर्पित करें. पूजा में पेन-कॉपी, किताब, आदि को जरूर शामिल करें. ऐसा करने से ज्ञान और बुद्धि का वरदान प्राप्त होता है. पूजा के बाद मां सरस्वती को पीले रंग की मिठाई या मिठे का भोग लगाएं.