जीडीए ने पांच अवैध कॉलोनियों में बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया. यहां पर बनी बाउंड्रीवाल को पूरी तरह से गिरा दिया गया और कॉलोनाइजर के ऑफिस को भी तोड़ा गया. इस दौरान, कॉलोनाइजर ने विरोध किया, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ दिया.
एक अन्य मामले में, जीडीए ने अवैध प्लॉटिंग और निर्माण के खिलाफ दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
अवर अभियंता अनिल सिंह ने नंदग्राम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जिसमें कहा गया कि शौकी चौधरी ने बिना अनुमति के नूरनगर में अवैध प्लॉटिंग की.
जीडीए ने शौकी चौधरी को कार्य रोको आदेश और कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इसके बावजूद, उन्होंने अवैध प्लॉटिंग जारी रखी. इसी तरह, उपेश त्यागी के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है, जिन्होंने सिहानी गांव में अवैध निर्माण शुरू कराया था.
जीडीए की यह कार्रवाई अवैध निर्माण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि विकास योजनाएं सही दिशा में आगे बढ़ें.