Delhi News: मोदी सरकार के तहत जगहों के नाम बदलने की प्रक्रिया लगातार जारी है. हाल ही में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली के सराय काले खां आईएसबीटी चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक करने की जानकारी दी. मगर आप जानते हैं कि आखिर कौन थे काले खां.
Sarai Kale Khan chowk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली के सराय काले खां आईएसबीटी चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक करने की जानकारी दी.
Meaning of Sarai and Importance: 'सराय' शब्द का अर्थ होता है, वह स्थान जहां लोग आराम करते हैं. दिल्ली आने वाले यात्री यहां कुछ समय विश्राम करते थे और फिर अपनी यात्रा जारी रखते थे. काले खां का नाम इस सराय के साथ जुड़ गया, जिससे यह क्षेत्र और भी महत्वपूर्ण हो गया.
Kale Khan: काले खां एक प्रसिद्ध सूफी संत थे, जिनके नाम पर दिल्ली के इस क्षेत्र का नाम रखा गया था. सराय काले खां दक्षिण पूर्वी दिल्ली जिले में स्थित है और इसके आस-पास के इलाके जैसे निजामुद्दीन, जंगपुरा और लाजपत नगर शामिल हैं. यह स्थान ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और यहां की संस्कृति में सूफी परंपरा की गहरी छाप है.
Kale Khan Life: काले खां 14वीं शताब्दी के सूफी संत थे और उनका जीवन शेर शाह सूरी के समय में व्यतीत हुआ. उनकी मजार इंदिरा गांधी एयरपोर्ट क्षेत्र में स्थित है, जो उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है.
Sarai Kale Khan chowk renamed: इस प्रकार, नाम परिवर्तन की यह प्रक्रिया न केवल ऐतिहासिक महत्व को उजागर करती है, बल्कि यह स्वतंत्रता सेनानियों और संतों के प्रति श्रद्धांजलि देने का एक माध्यम भी है.