Haryana News: हाल ही में हरियाणा सरकार ने सरपंचों की पावर बढ़ाई थी और 21 लाख तक के विकास कार्य करवाने की अनुमति दी थी. उसी तरह से गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नगर निगम, नगर परिषद व नगर पालिकाओं के पार्षदों की पावर बढ़ाने और बैठक भत्ते की शुरुआत करने की घोषणा की है.
Haryana Councilor Meeting Allowances: मुख्यमंत्री नायब सैनी हिसार के गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में आयोजित शहरी स्थानीय निकाय जन प्रतिनिधि सम्मेलन में पहुंचे. जहां उन्होंने नगर निगम, नगर परिषद व नगर पालिकाओं के पार्षदों की पावर बढ़ाने और बैठक भत्ते की शुरुआत करने की घोषणा की है. वार्ड का पार्षद चुनाव के बाद एक कमेटी का गठन करेगा. सीएम ने निर्णय लिया है कि हर वार्ड में कमेटी मैंडेटरी है.
Power of Councilor: सीएम नायब सैनी ने बताया कि जब तक वार्ड कमेटी में सचिव की नियुक्ति नहीं होती या किसी वजह से सचिव अनुपस्थित हो तो ऐसी स्थिति में पार्षद के पास किसी भी स्नातक व्यक्ति से बैठक की कार्यवाही बनवाने के लिए 1000 रुपए प्रति बैठक का पारिश्रमिक देने का अधिकार भी होगा. साथ ही अब से तिमाही बैठक में शामिल होने के लिए नगर पालिका के पार्षद को 1600 रुपए की बैठक भत्ता मिलेगा. वहीं नगर परिषद के पार्षद को 2400 रुपए और नगर निगम के पार्षद को 3000 रुपए भत्ता राशि दी जाएगी.
Haryana Councilors: सीएम नायब सैनी ने कहा कि वार्ड कमेटी गठित होने तक कमेटी की फुल पावर अब संबंधित वार्ड के पार्षद के पास होगी, जिससे कि विकास कार्यों को और गति प्रदान की जा सके.
Haryana Councilors Allowance: मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों में काम करने में कहीं भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी. हर वार्ड में एक कमेटी बनाई जाएगी, जिसका चेयरमैन वार्ड का पार्षद ही होगा. इस कमेटी को ही उस वार्ड के विकास कार्यों के लिए बजट तैयार करने का अधिकार होगा.
Hisar Aiport: सीएम ने कहा कि हरियाणा आज विकास के एक नए पथ पर अग्रसर है. यहां हर जिला आज नेशनल हाईवे या एक्सप्रेसवे से जुड़ चुका है. अगस्त में हिसार अपने एयरपोर्ट के माध्यम से देश से जुड़ जाएगा और हिसार एयरपोर्ट के तीसरे चरण का उद्घाटन करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिसार आएंगे.
Haryana Congress: सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि लोगों को लगातार झूठ बोलकर गुमराह करने वाली कांग्रेस का तीन-तीन बार देश की जनता ने हिसाब कर दिया है. फिर भी वे हिसाब मांग रहे हैं. जिनके राज में हर छोटी बड़ी नौकरी का रेट कार्ड निर्धारित था वह मेरिट पर युवाओं को नौकरी देने वालों से हिसाब मांग रहे हैं.