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Republic Day 2025: केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. नड्डा ने इस राष्ट्रीय अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं भी दीं और संविधान निर्माताओं, स्वतंत्रता सेनानियों और हमारे वीर जवानों को याद किया.
सभी देशवासियों को 76वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर मैं सभी संविधान निर्माताओं, स्वतंत्रता सेनानियों और हमारे वीर जवानों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने राष्ट्र की संप्रभुता, एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखा. नड्डा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा. भाजपा प्रमुख ने लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत' के संकल्प में योगदान देने का आग्रह किया. उन्होंने लिखा कि आइए, हम सभी लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के 'विकसित भारत ' के संकल्प को पूरा करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. इस अवसर पर नड्डा ने सुरक्षाकर्मियों के बीच मिठाइयां भी बांटी. भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है , जिसमें राष्ट्रीय राजधानी के कर्तव्य पथ पर देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता, समानता, विकास और सैन्य कौशल का अनूठा मिश्रण प्रदर्शित किया जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश के समारोह का नेतृत्व करेंगी.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर शामिल होंगे. राष्ट्रीय महत्व के आयोजनों में जनभागीदारी बढ़ाने के सरकार के उद्देश्य के अनुरूप, परेड देखने के लिए लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. विभिन्न क्षेत्रों से आए ये विशेष अतिथि 'स्वर्णिम भारत' के निर्माता हैं. इनमें विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सरकार की योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं. पहली बार तीनों सेनाओं की झांकी में सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता और एकीकरण की भावना दिखाई जाएगी, जिसका विषय 'सशक्त और सुरक्षित भारत' होगा. झांकी में तीनों सेनाओं के बीच नेटवर्किंग और संचार की सुविधा प्रदान करने वाले संयुक्त ऑपरेशन कक्ष को दर्शाया जाएगा. परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी. समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने से होगी, जहां वे पुष्पांजलि अर्पित करके शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि देने में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगे. परेड देखने के लिए प्रधानमंत्री कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर आएंगे.
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इसके बाद राष्ट्रपति की सलामी के साथ परेड शुरू होगी. इसकी कमान परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, दिल्ली क्षेत्र, दूसरी पीढ़ी के अधिकारी करेंगे। मेजर जनरल सुमित मेहता, चीफ ऑफ स्टाफ, मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे. राष्ट्रपति के अंगरक्षक, भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट , भारत के राष्ट्रपति और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष को कर्त्तव्य पथ पर पहुंचने पर अनुरक्षण करेंगे. दोनों राष्ट्रपति 'पारंपरिक बग्गी' में पहुंचेंगे. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, उसके बाद राष्ट्रगान होगा और स्वदेशी हथियार प्रणाली 105-एमएम लाइट फील्ड गन का उपयोग करके 21 तोपों की सलामी के साथ गड़गड़ाहट होगी. इसके बाद वीरता पुरस्कारों का आयोजन होगा, जिसमें परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता (मानद) कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव (सेवानिवृत्त) परमवीर चक्र को दुश्मन के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जाता है, जबकि अशोक चक्र को वीरता और आत्म-बलिदान के समान कार्यों के लिए सम्मानित किया जाता है. इंडोनेशिया की सैन्य अकादमी की मार्चिंग टुकड़ी भी परेड में भाग लेगी, जिसमें 152 सदस्य और सैन्य बैंड के 190 सदस्य शामिल होंगे. समारोह का समापन राष्ट्रगान और संविधान के लागू होने के 75 साल पूरे होने को दर्शाने वाले आधिकारिक लोगो वाले बैनर वाले गुब्बारे छोड़ने के साथ होगा.