Haryana News: करनाल के गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में शनिवार को दोबारा SKM की मीटिंग हुई. मीटिंग में देशभर किसान नेताओं ने हिस्सा लिया. गुरुद्वारा में करीब 3 घंटे तक मीटिंग चली. जिसमें कुछ फैसले लिए गए है.
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कमरजीत सिंह/ करनाल: हरियाणा के जिले करनाल के गुरुद्वारा डेरा कार सेवा (Gurudwara Dera Kar Sewa) में शनिवार को दोबारा SKM की मीटिंग हुई. मीटिंग में देशभर किसान नेताओं ने हिस्सा लिया. जहां करीब 3 घंटे तक मीटिंग चली. मीटिंग में किसान नेताओं ने कई अहम निर्णय लिए. देशभर में किसान आने वाली 26 जनवरी को अलग अलग जगहों पर प्रदर्शन करेंगे.
26 जनवरी को जींद होगी बड़ी रैली
किसान नेताओं ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि 26 जनवरी को हरियाणा के जींद में बड़ी रैली करने का निर्णय लिया है. इस रैली में हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश तक किसान पहुंचेंगे. बाकी राज्यों के प्रत्येक जिले में ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. ट्रैक्टर रैली के बाद किसान मांग पत्र जिला स्तर पर DC को ज्ञापन देंगें.
मार्च 2023 को Delhi में होगी मीटिंग
किसान नेताओं ने पत्रकार वार्ता में यह भी कहा 26 January की रैली के बाद मार्च के महीने में किसान दिल्ली में भी मीटिंग करेंगे. आंदोलन के दौरान देशभर में किसानों पर जो मुकदमे दर्ज हुए है. उनको लेकर सरकार तो कह रही है कि उन्होंने केस वापस ले लिए है, लेकिन अब तक थानों में मुकदमे आज भी दर्ज है. वह रद्द नहीं किए गए. मीटिंग कब होगी इसकी अभी तारिख घोषित नहीं की गई है. आने वाले समय में तारीख भी बता दी जाएगी.
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किसान नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान जिन लोगों ने किसानों का सहयोग किया था. सरकार अब उनको परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि जिन गायकों ने आंदोलन में साथ दिया, उनके घरों पर भी सरकार छापेमारी कर रही है. किसान उन सभी लोगों के साथ खड़े है जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान उनका का साथ दिया था.
किसान नेताओं ने कहा कि MSP पर सरकार कानून नहीं ला रही है, इसके लिए गठित कमेटी में सरकार के ही हमदर्दों को शामिल किया है. लखीमपुर कांड (Lakhimpur Kheri Case)के आरोपी मंत्री के बेटे पर आरोप तय होने के बाद किसान नेताओं ने मंत्री को उनके पद से हटाने की मांग पर जोर दिया. इसके लिए अलग से आंदोलन करने पर भी चर्चा की गई. साथ ही पूरे देश में जहां भी किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज हैं उन्हें तुरंत वापस लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार देश के अन्नदाताओं को गुमराह कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
ये किसान नेता रहे मीटिंग में मौजूद
संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) की राष्ट्रीय स्तर की बैठक में राकेश टिकैत (Rakesh Tikait, जोगिंदर सिंह उगरा (Joginder Singh Ugrahan), डॉ. दर्शनपाल, रूलदू सिंह मानसा, रविंद्र सिंह पटियाला, सुरेश कौत और अमरजीत मोहड़ी सहित देशभर से किसान नेता पहुंचे थे. मीटिंग में दिनभर विभिन्न मुद्दों पर मंथन चला. जिसमें हरियाणा और उत्तर प्रदेश में गन्ने का भाव काफी कम होना. MSP पर सरकार की नीयत और नीति के साफ नहीं होने के मुद्दे पर चर्चा की गई.