सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट में Twin Tower वाली जगह पर अब क्या बनेगा, RWA की क्या है मांग?
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सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट में Twin Tower वाली जगह पर अब क्या बनेगा, RWA की क्या है मांग?

नोएडा में भ्रष्टाचार की नींव पर खडें Twin Tower को 28 अगस्त को गिरा दिया गया, लेकिन अब उस जगह बनेगा क्या? इसको लेकर RWA के अध्यक्ष ने बताया कि ट्विन टावर वाली जगह पर एक भव्य मंदिर बनेगा, लेकिन उस जगह पर अब भी बिल्डर का ही मालिकाना हक है.

सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट में Twin Tower वाली जगह पर अब क्या बनेगा, RWA की क्या है मांग?

Noida Twin Tower: सुपरटेक के ट्विन टावर को गिरा दिया गया है. अब सवाल यह उठता है कि उस जगह बनेगा क्या? क्योंकि इस जमीन पर अभी भी बिल्डर का ही मालिकाना हक है. अगर इस पर बिल्डर कोई निर्माण कराना चाहता है तो उसके लिए पहले दो तिहाई सोसायटी के निवासियों से सहमति लेनी होगी. वहीं RWA के अध्यक्ष ने बताया कि ट्विन टावर वाली जगह पर एक भव्य मंदिर बनेगा.

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ट्विन टावर को गिराने को लेकर बिल्डर और आरडब्लूए में लंबी कानूनी लड़ाई चली थी. वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी पूरा एक साल हो गया है. इससे पहले ही ट्विन टावर को गिरा दिया गया. बता दें कि ट्विन टावर वाली जगह विवादित नहीं थी ब्लकि उसकी उंचाई थी. बिल्डर ने प्राधिकरण से सांठगांठ कर 13 मंजीला इमारत को 32 मंजीला तक कर दिया. इसको लेकर यह इमारत गिराई गई थी. 

ट्विन टावर वाली जमीन पर क्या बनेगा इसको लेकर सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उदय भान सिंह तेवतिया ने कहा है कि ट्विन टावर वाली जगह पर बच्चों के लिए खेल का मैदान बनेगा. इसके अलावा एक ग्रीन पार्क भी होगा. साथ ही सोसायटी कि लोगों की मदद से एक भव्य मंदिर बनाया जाएगा. इसमें सभी देवी- देवताओं की मूर्ति होंगी. उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए RWA हफ्ता भर में एक मीटिंग करने जा रही है, जिसमें सभी सदस्यों की सहमति पर फैसले को लागू किया जाएगा.

बता दें कि ट्विन टावर का एरिया 75000 वर्ग मीटर का था. जानकारी के अनुसार यह जमीन बिल्डर ने अभी सोसाइटी को हैंडओवर नहीं की है. इस पर मालिकाना हक अब भी बिल्डर का ही है, लेकिन अगर बिल्डर कोई निर्माण इस जमीन पर कराना चाहेगा तो उसकी लिए उसे दो तिहाई सोसायटी के लोगों से सहमति लेनी होगी. इसको लेकर आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों का कहना है कि सोसायटी के लोग उनके पक्ष में है. यदि कोई भी कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ी तो इसमें पीछे नहीं हटेंगे. यहां पर पहले से तय पार्क बनेगा. साथ ही मंदिर भी बनेगा.

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