Delhi MCD Election 2022 में AAP कूड़े का मुद्दा लेकर एमसीडी के मैदान में है तो वहीं बीजेपी अपना 15 साल के सुशासन के दम पर लड़ाई लड़ रही है. वहीं कांग्रेस इन दोनों पार्टियों पर काम न करने और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस शीला दीक्षित के काम के बूते एमसीडी की सत्ता में वापस होना चाहती है. 1349 उम्मीदवारों की किस्मत का रिजल्ट 7 को आएगा.
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नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों पर होने वाले चुनाव के लिए राज्य चुनाव आयोग ने तैयारी पूरी हो गई है. एमसीडी चुनाव के लिए 13,638 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी और इसके साथ ही महिलाओं के लिए 68 पिंक पोलिंग स्टेशन भी बनाए गए हैं. वहीं 68 मॉडल मतदान केंद्र की भी व्यवस्था की गई है. दिल्ली में वैसे तो 70 विधानसभा में हैं लेकिन 2 विधानसभाओं की अपनी अलग सिविक एजेंसी है. मसलन नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल और दिल्ली कैंट विधानसभा क्षेत्र में दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड सिविक एजेंसी के तौर पर काम करती है.
यानी कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में 13,638 मतदान केंद्रों को स्थापित किया गया है. हर एक विधानसभा क्षेत्र में एक मॉडल पोलिंग स्टेशन और एक पिंक पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. मॉडल और पिंक पोलिंग स्टेशन बाकी मतदान केंद्रों से खासे अलग होते हैं.
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कैसे होते हैं मॉडल मतदान केंद्र?
मॉडल पोलिंग स्टेशन की तो वहां साफ-सफाई, सजावट और सुविधाओं का खास ध्यान रखा जाता है. यानी कि शौचालय से लेकर पीने के पानी और पीपल विद डिसेबिलिटी वोटर्स के लिए भी खास इंतजाम किए जाते हैं. मॉडल पोलिंग स्टेशन में एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाता है. मतदान के बाद मतदाता उसी सेल्फी प्वाइंट से खुद की सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते नजर आते हैं.
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कैसे होते हैं गुलाबी मतदान केंद्र?
पिछले कुछ चुनावों से इलेक्शन कमिशन की ओर से पिंक पोलिंग स्टेशन यानी गुलाबी मतदान केंद्रों को भी बनाया जाता है. पिंक पोलिंग स्टेशन साधारण पोलिंग स्टेशन और मॉडल पोलिंग स्टेशन से बिल्कुल जुदा होते हैं. पिंक पोलिंग स्टेशन पर गुलाबी रंग के गुब्बारों से केंद्र को सजाया जाता है. कई जगहों पर तो दीवारों पर गुलाबी पेंट का भी इस्तेमाल किया जाता है. सबसे खास बात पिंक पोलिंग स्टेशन की यह होती है कि वहां तैनात सभी कर्मचारी और अधिकारी महिलाएं ही होती हैं. यानि सुरक्षा, साफ सफाई और मतदान सहायक से लेकर बड़े से बड़े चुनाव आयोग के अधिकारी पद की जिम्मेदारी महिलाओं के जिम्मे ही होती है. पिंक पोलिंग स्टेशन पर भी पिंक सेल्फी स्पॉट बनाए जाते हैं. हालांकि यहां पर सभी तरह के वोटर्स वोट देने के लिए आ सकते हैं.
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