MP Election 2023: विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब राजनीतिक दलों में जीत हार का विश्लेषण, आरोप -प्रत्यारोप और शिकायतों का दौर जारी है. सत्ता रूढ़ भाजपा अधिक मतदान से उत्साहित है तो कांग्रेस इसे परिवर्तन का मतदान मान कर चल रही है. कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर मारपीट करने और पुलिस प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत कर निष्पक्ष जांच की मांग की.
खंडवा में कांग्रेस पार्टी जिले की चारों विधानसभा सीटों पर निष्पक्ष चुनाव नहीं होने की बात कही. कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय ओझा ने कहा कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के दबाव में आकर निर्वाचन के कार्य में लगे पुलिस प्रशासन ने भी उनकी कोई सुनवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि मांधाता विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लोगों में खुलेआम साड़ियां और शराब बांटने का काम किया और निर्वाचन में लगे अधिकारियों को धमकाने के सबूत सहित शिकायत की लेकिन किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
खुले आम बांटी गईं साड़ियां और शराब
हरसूद विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की लेकर शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टा उनकी गाड़ियों में शराब रखवा कर अपराध दर्ज करवा दिया. मांधाता विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी उत्तम पाल सिंह ने कहा कि मतदान के तीन दिन पहले से ही भाजपा के कार्यकर्ता खुले आम साड़ियां और शराब बांट रहे थे. पुलिस थाने में उनकी शिकायत भी हुई, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई.
अधिकारियों पर करेंगे कार्रवाई
कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि निर्वाचन आयोग से भी शिकायत की गई है. उन्होंने ने कहा कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है और ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने चुनाव में सत्ताधारी दल के पक्ष में काम किया. बता दें कि खंडवा जिले में 69.03% वोटिंग हुई है. मंधाता विधानसभा में 74.96%, हरसूद में 79.58%, खंडवा में 66.46% और पंधाना 78.01% वोटिंग हुई.