MP Assembly Election Voting: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की वोटिंग 17 नवंबर को संपन्न हो गई है. एक दिन बाद चुनाव आयोग ने शनिवार को वोटिंग का नया आंकड़ा जारी किया है. चुनाव आयोग ने बताया है कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कुल 77.15% मतदान हुआ है.
Trending Photos
Madhya Pradesh Chunav: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की वोटिंग 17 नवंबर को संपन्न हो गई है. एक दिन बाद चुनाव आयोग ने शनिवार को वोटिंग का नया आंकड़ा जारी किया है. चुनाव आयोग ने बताया है कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कुल 77.15% मतदान हुआ है. पूरे अपडेशन के साथ मतदान के प्रतिशत में और वृद्धि होने की संभावना है. ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 78.21 प्रतिशत पुरुष, 76.03 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया है.
17 नवंबर की शाम तक निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में कुल 72.37% वोट पड़े थे. प्रदेश की जनता में पिछली बार की तरह इस बार भी प्रदेश में वोटिंग को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. क्या युवा और क्या बुजुर्ग सभी ने बढ़-चढ़कर मतदान किया. ये ही कारण रहा कि एमपी में पिछली बार से ज्यादा मतदान हुआ. जबकि छत्तीसगढ़ में 75.08% फीसदी वोटिंग हुई. चुनाव आयोग की तरफ से कह गया है कि अभी यह अनन्तिम मतदान प्रतिशत है. आगे यह और भी बढ़ सकता है.
प्रदेश में पहली बार इतनी वोटिंग
मध्य प्रदेश के गठन के बाद यह पहला मौका है जब किसी विधानसभा चुनाव में इतनी वोटिंग हुई है. ताजा आंकड़ों को देखें तो यह पिछले चुनाव के मुकाबले कहीं ज्यादा है. मध्यप्रदेश विधानसभा 2023 के लिए जनता ने अपना फैसला ईवीएम में कैद कर दिया है. 230 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार हुई वोटिंग में प्रदेश के 2533 उम्मीदवारों का भाग्य मशीन में कैद हो गया है.
किस साल कितना हुआ मतदान
1957- 37.17%
1962- 59.68%
1967- 65.12%
1972- 66.03%
1977- 62.15%
1980- 58.52%
1985- 58.04%
1990- 54.19%
1993- 60.52%
1998- 62.25%
2003- 67.30%
2008- 69.63%
2013- 72.70%
2018- 75.63%
2023- 77.15%
20 साल में हर बार बढ़ी वोटिंग
मध्य प्रदेश में 2003 के बाद के चुनावी ट्रेंड पर नजर डालें तो इस विधानसभा चुनाव तक वोटिंग बढ़ी है. हालांकि वोटिंग परसेंटेज के आंकड़ों को देखे तो न केवल राजनीतिक जानकार हैरान हैं बल्कि प्रत्याशी भी इस वोटिंग से थोड़े असमंजस में जरूर हैं, क्योंकि इस बार भी वोटर्स ने मतदान तो खूब किया, लेकिन राजनीतिक पंडित भी यहां अंदाजा लगाने में जरूर मुश्किल में आ गए वोटिंग नतीजों में कैसे बदलेगी.