Chhattisgarh Budget 2024: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार का पहला बजट आज 9 फरवरी को पेश हो गया. इस बजट में विष्णुदेव साय सरकार ने सभी वर्गों और क्षेत्र पर फोकस किया है. लेकिन सबसे ज्यादा बजट शिक्षा विभाग को मिला है.
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Chhattisgarh Budget 2024: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार का पहला बजट आज 9 फरवरी को पेश हो गया. बता दें कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार डिजिटल बजट पेश हुआ है. वहीं बजट के ब्रीफकेस पर छत्तीसगढ़ की लोक कला, लोक संस्कृति, युवा-महिला और किसान व आधुनिकता के समावेश को उकेरा है. वहीं छत्तीसगढ़ के बजट को वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पेश किया है.
शिक्षा नीति-2020 को लागू किया जाएगा
ऐतिहासिक बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किया जाएगा. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ प्रौद्योगिकी संस्थानों की स्थापना की जाएगी. वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सिस्टम की मदद से शिक्षा व्यवस्था को सुधारा जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के मुताबिक रिसर्च इनोवेशन के लिए परिषद का गठन किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा और कौशल विकास के बजट में 15.95 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
स्कूली शिक्षा के लिए 21,489 करोड़,उच्च शिक्षा के लिए 1,333 करोड़ और कौशल विकास के लिए 690 करोड़ रुपये का प्रावधान।#CG_Amrit_Budget pic.twitter.com/mOhTjbmx3R— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) February 9, 2024
शिक्षा विधाग को सबसे बड़ा बजट
बजट में विष्णुदेव साय सरकार ने सभी वर्गों और क्षेत्र पर फोकस किया है. लेकिन सबसे ज्यादा बजट शिक्षा विभाग को मिला है. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने स्कूल शिक्षा विभाग को 21 हजार करोड़ रुपये दिया है. वहीं उच्च शिक्षा विभाग के लिए 1333 करोड़ बजट मिला है. वित्त मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा और कौशल विकास के बजट में 15.95 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है.
बजट प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि अलग-अलग विभागों को तकनीकी रुप से मजबूत करने के लिए 266 करोड़ का प्रावधान रखा गया है.
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की भांति प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ प्रौद्योगिकी संस्थानों की स्थापना की जाएगी. पंडित रविशंकर शुक्ला महाविद्यालय रायपुर में स्टार्टअप इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय इंस्ट्रूमेंटेशन फैसिलिटी का उन्नयन किया जाएगा. व्यवसाय मूलक पाठ्यक्रम के रूप में वाणिज्य अध्ययन शाला प्रारंभ की जाएगी.