Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की साय सरकार अपना पहला बजट कल पेश करने जा रही है. लेकिन कल के बजट में छत्तीसगढ़ में 20 साल बाद एक बार फिर एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
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Chhattisgarh Budget History: छत्तीसगढ़ के वित्तमंत्री 9 फरवरी को साय सरकार का पहला बजट पेश करेंगे. लेकिन इस बार के बजट में एक बड़ा बदलाव दिखेगा, जो राज्य के इतिहास से जुड़ा है. बता दें कि 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से अलग करके छत्तीसगढ़ का नया राज्य बनाया गया था. जिसके बाद कांग्रेस नेता अजीत जोगी के नेतृत्व में राज्य की पहली सरकार बनी थी. तब से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ के बजट का इतिहास दिलचस्प रहा है. क्योंकि छत्तीसगढ़ के ज्यादातर बजट मुख्यमंत्री ने ही पेश किए हैं, लेकिन 20 साल बाद एक बार फिर ऐसा होगा जब सीएम बजट पेश नहीं करेंगे.
राजा रामचंद्र सिंहदेव ने पेश किया था पहला बजट
हालांकि राज्य का गठन होने के बाद पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कोरिया के राजा रामचंद्र सिंहदेव को अपनी सरकार में वित्तमंत्री बनाया था, उन्होंने ही राज्य का पहला बजट पेश किया था. रामचंद्र सिंह को अच्छा आर्धिक जानकार माना जाता था. इसके बाद अगले दो बजट भी राजा रामचंद्र सिंहदेव ने ही पेश किए थे. इसके बाद राज्य में 2003 के विधानसभा में चुनाव में बीजेपी की सरकार बन गई थी.
अमर अग्रवाल ने पेश किए तीन बजट
2003 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनी, रमन सिंह राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री बने थे. उन्होंने अपनी सरकार में अमर अग्रवाल को वित्त मंत्री बनाया था, जिन्होंने राज्य का चौथा बजट पेश किया था. इसके बाद अमर अग्रवाल ने दो और बजट पेश किए थे. लेकिन 2006 में अमर अग्रवाल ने वित्तमंत्री की पोस्ट से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने खुद वित्तमंत्री की जिम्मेदारी संभाली.
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2007-08 से सीएम ही पेश कर रहे बजट
तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 2007-08 में बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य का पहला बजट पेश किया था. जिसके बाद उन्होंने वित्त मंत्रालय फिर उन्होंने अपने पास ही रखा. इसके बाद रमन सिंह ने 2018-19 तक लगातार बजट पेश किया. हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की वापसी हो गई.
कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भूपेश बघेल को मिली, खास बात यह है कि भूपेश बघेल ने भी बतौर मुख्यमंत्री वित्त मंत्रालय अपने पास ही रखा था. जिसके बाद भूपेश बघेल ने 2019 में पहला बजट पेश किया था, उन्होंने 2022-23 में अपना आखिरी बजट पेश किया था.
सीएम साय दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री जो बजट पेश नहीं करेंगे
ऐसे में छत्तीसगढ़ के इतिहास में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं जो बजट पेश नहीं करेंगे. अब तक राज्य में चार मुख्यमंत्री हुए हैं, जिनमें रमन सिंह और भूपेश बघेल ने बजट पेश किया है. लेकिन अजीत जोगी ने बजट पेश नहीं किया है, अब इस लिस्ट में सीएम साय का नाम भी जुड़ जाएगा.
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